रायपुर में निकाला गया मार्च, लोगों को किया गया पर्यावरण के प्रति जागरूक
स्वीडन में 15 साल की बच्ची ग्रेटा के प्रदर्शन से प्रभावित होकर किया आयोजन
रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पृथ्वी बचाओ मार्च निकाला गया। लोगों ने प्रकृति के संरक्षण का संदेश इस मार्च में दिया। एक दर्जन से ज्यादा संगठनों से जुड़े पदाधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मार्च का आयोजन तेलीबांधा तालाब से किया गया। कई कॉलेज और स्कूलों के बच्चों ने यहां पोस्टर थाम कर मानव श्रृंखला बनाई। इस मार्च में गुरुकुल कालेज, दुर्गा कालेज के विद्यार्थियों “पर्यावरण बचाओ धरती बचाओ” के नारों के साथ राहगीरों को जागरूक किया।
तेलीबांधा में रैली के बाद सभी प्रदर्शन कारियों ने यहां धरना भी दिया। दरअसल 18 अगस्त 2018 को एक 15 साल की बच्ची ग्रेटा थनबर्ग ने स्वीडिश पार्लियामेंट के बाहर अकेले ही पर्यावरण बचाने एवं तेजी से हो रहे प्रकृति के विनाश के खिलाफ धरना दिया था । बाद में हर शुक्रवार को अकेले ही पार्लियामेंट के बाहर वह धरना देती, धीरे-धीरे उसके सहपाठी और मित्र भी हर शुक्रवार को उसके साथ बैठने लगे । इस तरह आहिस्ते आहिस्ते एक 15 वर्षीय बच्ची के की वजह से फ्राइडे फॉर फ्यूचर मूवमेंट की शुरुआत हुई । जो क्लाइमेट स्ट्राइक के रूप में आज विश्व के 139 देशों में फैल चुकी है।