छत्तीसगढ़ / प्रदेशभर में भारी बारिश पुल छूने लगे नदी-नाले
उत्तरी छत्तीसगढ़ में मूसलाधार; बिलासपुर, रायपुर में भी तेज बारिश
मौसम विभाग के मुतािबक आज सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाएगा
रायपुर . प्रदेश के उत्तरी हिस्से यानी सरगुजा संभाग और इससे लगे बिलासपुर संभाग के बड़े हिस्से में रविवार को भारी बारिश हुई है। रायपुर समेत मैदानी इलाके में भी रुक-रुककर दिनभर पानी बरसा है। रायगढ़ और अासपास 11 सेमी बारिश रिकाॅर्ड की गई है। इस बारिश से प्रदेश के अधिकांश नदी-नाले लबालब हैं और पुलों को छूने लगे हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को भी राज्य के कई हिस्से में मध्यम वर्षा के अासार जताए हैं। दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और आसपास ऊपरी हवा में चक्रवात बना है।
पंजाब से दक्षिण असम तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसी के साथ पश्चिम बंगाल और आसपास एक चक्रवात है। इन सिस्टम के प्रभाव से राज्य के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा 110 मिमी बारिश रायगढ़ जिले के लैलुंगा में हुई। जशपुर के दुलदुला में 100, पाली, कुनकुरी में 80, जशपुरनगर, पत्थलगांव में 70, मनोरा, घरघोड़ा, करतला, तमनार, कटघोरा सहित कई जगहों पर 50 से 10 मिमी बारिश हुई। शेष|पेज 9
अधिकाशं जगहों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हुई।
रविवार को दिन में भी कई जगहों पर अच्छी बारिश हुई। रविवार को दिन में सबसे ज्यादा 40.3 मिमी बारिश बिलासपुर में दर्ज की गई। माना एयरपोर्ट में 20, पेंड्रारोड में 19, अंबिकापुर में सात और राजनांदगांव में 2.4 मिमी बारिश हुई।
आज हल्की बारिश की संभावना : लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सोमवार तक सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाएगा। इसलिए भारी बारिश की संभावना अधिक नहीं है। कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राजधानी में भी आसमान में हल्के बादल रहेंगे। शाम व रात को गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
प्रदेश में बािरश का कोटा पूरा : प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। 1 जून से 30 सितंबर तक मानसून अवधि में राज्य में औसत 1143.3 मिमी बारिश होती है। सीजन को अभी एक दिन बाकी हैं और इससे ज्यादा 1232.9 मिमी बारिश हो चुकी है। अब तक की बारिश औसत से आठ फीसदी ज्यादा हो चुकी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सोमवार को भी राज्य में बारिश की संभावना है। इसलिए 30 सितंबर तक बारिश के आंकड़े और सुधर सकते हैं। राज्य के सभी जिलों में बारिश लगभग औसत के करीब हो चुकी है। सिर्फ तीन जिले जशपुर, मुंगेली और सरगुजा में ही कम बारिश वाले हैं। कमी का अंतर भी बहुत अधिक नहीं है।