आमतौर पर देखने में आता है कि लोग बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने आहार पर ध्यान देते हैं, लेकिन बर्तनों की ओर उनका कभी ध्यान ही नहीं जाता। लेकिन शायद आपको जानकर हैरानी हो कि बर्तन भी आपके स्वास्थ्य को काफी हद तक प्रभावित करते हैं। तो चलिए जानते हैं विभिन्न प्रकार के बर्तन और उनके स्वास्थ्य पर पडने वाले असर के बारे में-
पुराने समय में लोग मिट्टी के बर्तनों का ही इस्तेमाल करते थे। इन बर्तनों में पका भोजन बहुत स्वादिष्ट और पोष्टिक होता है। मटके का पानी पीने से अनेक रोग दूर होते हैं। मिट्टी के बर्तन में पका खाना खाना जीवन भर आपका स्वस्थ बनाए रखता है।
वहीं तांबे के बर्तन में भोजन करने से दिमाग तेज होता है। इसलिए कहा भी जाता है रात को सोते समय तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह उठकर सबसे पहले इसे पीए।
अगर पीतल के बर्तनों की बात की जाए तो इन बर्तनों में भोजन पकाने से कफ और वायुदोष की बिमारी दूर रहती है।
जो लोग अमीर लाइफस्टाइल अपनाते हैं, वे अक्सर घरों में चांदी के बर्तनों का भी प्रयोग करते हैं। इनमें भोजन पकाना व खाना काफी फायदेमंद होता है। चांदी की तासीर ठंडी होती है, जिसके कारण चांदी के बर्तन में भोजन करने से शरीर की गर्मी शांत होती है और आंखें स्वस्थ रहती हैं।
लोहे के बर्तनों में खाना खाने से हमारे शरीर में लौह तत्वों की मात्रा बढ़ती है जिससे हिमोग्लोबिन का स्तर ठीक रहता है और पाचन संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।