बिलासपुर26 मार्च :- प्रेमिका की बेवफाई व सटोरिए दोस्त की प्रताड़ना से तंग आकर इंजीनियर युवक ने ज़हर खा ली। परिजन ने उसे गंभीर हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया है। उसका आईसीयू में इलाज चल रहा है। परिजनो का आरोप है कि उसके पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर सकरी थाने में रिपोर्ट दर्ज नही की जा रही है । मामले को लूटपाट का बता कर पुलिस खानापूर्ति कर रही है।
सकरी-उसलापुर स्थित आसमां सिटी निवासी एसके निगम रिटायर्ड रेंजर हैं। उनके तीन बेटों में ऋषभ सिंह निगम सबसे छोटा है। ऋषभ मैकेनिकल इंजीनियर है। पहले वह खरसिया स्थित निजी संस्थान में कार्यरत था। बीते शनिवार की सुबह उसने अपने कमरे में नींद की गोली जादा मात्रा में खाली। परिजन ने दरवाजा तोड़कर इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए। वहां उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर उसे अपोलो अस्पताल रिफर कर दिया गया। अपोलो अस्पताल में वह आईसीयू में भर्ती है और जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। रविवार की शाम परिजन ने उसकी कमरे की तलाशी ली। तब एक सुसाइड नोट मिला। दो पेज की सुसाइड नोट में उसने जहर खाने का वजह बताई है। मां पिता को संबोधित पत्र में उसने अपनी जिंदगी से बहुत परेशान होने का जिक्र किया है।
सुसाइड नोट में ऋषभ ने लिखा है कि युवती व उसके सटोरिए दोस्त अमित गांधी, शेरू खान सहित अन्य ने मिलकर उसे बहुत परेशान किया है। उसकी अंतिम इच्छा है कि युवती, अमित और उसके दोस्तों को सजा मिलनी चाहिए। सुसाइड नोट में ऋषभ ने लिखा है कि जिस युवती को वह जी-जान से चाहता था, वह उसके लायके नहीं थी। 10 साल तक उसके साथ रिलेशनशिप था, वो जो बोली वह करता रहा। यहां तक कोलकाता में दो साल तक उसे अपने साथ रखा रहा। लेकिन, जॉब लगते ही उसका व्यवहार बदल गया। प्रेमिका ने उसे जन्मदिन के दिन कहा था कि आप मर जाइए, तो आप के परिवार और हम सब खुश रहेंगे।