राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व सांसद और छत्तीसगढ़ भाजपा के दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय के बयान ने भारतीय जनता पार्टी में खलबली बचा दी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक आक्रामक चेहरे की आवश्यकता है जो सुदूर इलाकों में भाजपा को पहुंचा सके। जिसकी बात में दम हो। चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में जल्द फैसला लिया जाना चाहिए। साय ने कहा कि बहुत से लोग उनकी इस बात पर इत्तेफाक भी रखते हैं।
गुरुवार को पूर्व सांसद नंदकुमार साय मीडिया से पार्टी व संगठन के मुद्दे पर बात कर रहे थे। साय ने कहा कि जो अग्रेसिव लोग हैं उन्हें सामने रखकर पार्टी को कैसे ताकतवर बनाया जाए इस पर निर्णय होना चाहिए। प्रदेश में एक आक्रामक चेहरे की जरूरत महसूस हो रही है। योजनाबद्ध तरीके से अंतिम निर्णय लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बात पर दूसरे नेताओं से चर्चा होती है और बहुत से लोग इस पर इत्तेफाक भी रखते हैं। प्रदेश में भाजपा को एक आक्रमक चेहरे की जरूरत है। नए नेतृत्व की जरूरत है, ताकि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में इसका फायदा पार्टी को मिल सके।
प्रदेश में लगातार हार से जूझ रही भाजपा
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी लगातार हार और गुटबाजी से जूझ रही है। 4 उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। हाल ही में हुए 15 नगरीय निकायों के चुनाव में भाजपा को कांग्रेस ने चारों खाने चित्त कर दिया। लगातार हार के बाद शीर्ष नेतृत्व ने कहा कि अब छत्तीसगढ़ में पार्टी का चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे और उनके ही चेहरे पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। ऐसे में नंदकुमार साय के बयान ने भाजपा की राजनीति में खलबली मचा दी है। नंद कुमार साय ने साफ तौर पर कहा कि चुनाव को ज्यादा वक्त नहीं बचा है। समीक्षा करते हुए जल्द फैसला लेना जरूरी है।