ये राजनीति की रवायत बन गई है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, वैसे-वैसे सत्ताधारी पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए सरकारी खजाने से सौगातों की बौछार कर देती हैं।कुछ ऐसा ही होने जा रहा है बीजेपी शासित छत्तीसगढ़ में, जहां अभी विधानसभा चुनाव में भले ही लगभग 1 साल का वक्त है. इसके बावजूद रमन सिंह सरकार ने वोटरों को लॉलीपॉप की तरह स्मार्टफोन बांटने का ऐलान कर दिया है. स्मार्ट फोन बांटने के लिए राज्य सरकार ने बारह सौ करोड़ रुपए मंजूर किए हैं।
दरअसल ग्रामीण इलाकों में बीजेपी मजबूत है, लेकिन शहरी इलाको में पार्टी को नुकसान होने की आशंका है। इन शहरी वोटर्स को लुभाने के लिए ही सीएम रमन सिंह की सरकार ने इस योजना को हरी झंडी दिखाई है. इस योजना के तहत एक हजार से अधिक आबादी वाले अर्बन टाउनशिप में रहने वाले गरीब परिवारों को स्मार्ट फोन मिलेगा. वहीं नए वोटर्स को लुभाने के लिए ग्रामीण और शहरी इलाकों के सभी स्टूडेंट्स को भी स्मार्टफोन दिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने 55 लाख परिवारों में स्मार्टफोन बांटने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए संचार क्रांति योजना को मंजूरी दी गई है।दो चरणों में इस योजना के तहत 55 लाख से ज्यादा स्मार्ट फोन का वितरण किया जायेगा.
राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह के मुताबिक इस योजना को चुनाव से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि यह राज्य में संचार क्रांति की पहल है।इस साल लगभग पचास लाख परिवारों को स्मार्ट फोन मुहैया कराया जाएगा. जबकि 2018 में पांच लाख परिवारों को स्मार्टफोन देने की योजना है।