कोविड 19 के आने के साथ ही वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन आ गया, लेकिन खराब इंटरनेट ने भी लोगों को काफी परेशान किया, लेकिन अब बहुत जल्द खराब नेटवर्क अब पुराने दिनों की बात हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2022 के छठे संस्करण में देश में 5जी टेलीफोनी सेवाओं की शुरुआत कर दी है, जो मोबाइल फोन पर अल्ट्रा-हाई-स्पीड इंटरनेट के युग की शुरुआत कर रही है। लेकिन, अभी भी लोगों के मन में सवाल हैं, कि आखिर भारत में 5जी सेवा लेने के लिए कितना पैसा खर्च करना होगा? क्या हर यूजर के लिए 5जी सर्विस का इस्तेमाल करना संभव हो पाएगा? इन सवालों का जवाब जानने के लिए हमने उन देशों पर रिसर्च किया है, जहां 5जी सर्विस की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में आईये जानते हैं, कि किस देश में 5जी के लिए कितना भुगतान करना पड़ता है?
सबसे पहले 5जी सर्विस किसने लॉन्च किया ?
भारत 5G सेवाएं शुरू करने वाला पहला देश नहीं है। हालांकि, कौन सा देश पहले हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करता है, यह एक बहस का विषय बना हुआ है। दक्षिण कोरिया में तीन टेलीकम्युनिकेशन कंपवियां हैं, जिनके नाम एसके टेलीकॉम, केटी और एलजी यूप्लस है और इन कंपनियों ने अप्रैल 2019 में अपनी 5जी सेवाएं शुरू की थीं और दक्षिण कोरिया की ये कंपनियां सबसे पहले 5जी सर्विस देने का दावा करती हैं। हालांकि, अमेरिका के एटी एंड टी इंक और वेरिजॉन कम्युनिकेशंस इंक दक्षिण कोरिया कंपनियों के दावों को खारिज करती है। एटी एंड टी ने कहा कि, उसने सबसे पहले 5जी सर्विस की शुरूआत की है, क्योंकि उसने 18 दिसंबर को घोषणा की थी कि उसने उस महीने 12 अमेरिकी शहरों में अपना 5 जी नेटवर्क लॉन्च करने की योजना बनाई है। हालांकि, इसका नेटवर्क केवल मोबाइल हॉटस्पॉट डिवाइस का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के लिए ही उपलब्ध है और 5जी फोन पर सर्विस उपलब्ध नहीं है, वहीं वेरिज़ॉन कंपनी भी सबसे पहले 5जी सर्विस सुविधा शुरू करने का दावा करती है। इसलिए, किस देश ने पहले 5G लॉन्च किया, इस पर बहस एक महत्वपूर्ण बिंदु बनी हुई है।
दुनिया में 5जी सर्विस की स्थिति: 2019 में लॉन्च होने के बाद से 5G दुनिया भर में उपस्थिति दर्ज करा रहा है और जून 2022 तक ग्लोबल मोबाइल सप्लायर्स एसोसिएशन (GSA) की रिपोर्ट में कहा गया है कि, लगभग 70 देशों में 5G नेटवर्क स्थापित हो चुका है, जबकि जून 2020 तक सिर्फ 38 देशों में ही 5जी नेटवर्क था। कुछ अनुमानों के मुताबिक, साल 2025 तक 3.6 अरब 5G कनेक्शन पूरी दुनिया में होंगे और साल 2027 तक यह संख्या बढ़कर 4.4 अरब हो जाएगी। चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे अधिक 5G शहर वाले देश हैं। लेकिन क्षेत्रीय आधार पर, यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका (EMEA) क्षेत्र ने तैनात 5G नेटवर्क के मामले में एशिया प्रशांत क्षेत्र (चीन सहित) को पीछे छोड़ दिया है। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 419 5जी नेटवर्क हैं।
किन देशों में हाल में लॉन्च किया गया 5जी?
जिन देशों में 5G को हाल ही में लॉन्च किया गया है उनमें अर्जेंटीना, भूटान, केन्या, कजाकिस्तान, मलेशिया, माल्टा और मॉरीशस शामिल हैं। साल 2021 में VIAVI Solutions की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि, चीन में सबसे व्यापक 5G नेटवर्क रोलआउट था। इसके बाद दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, फिनलैंड का स्थान है। जून 2022 में Opensignal (बेंचमार्किंग द ग्लोबल 5G एक्सपीरियंस) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट से पता चला कि, दक्षिण कोरिया सबसे अधिक 5G डाउनलोड स्पीड वाले देशों की सूची में सबसे ऊपर है, जो 400 एमबीपीएस के निशान को पार कर गया है।
किस देश में कितनी है 5G स्पीड?: मलेशिया और स्वीडन क्रमशः 382.2 एमबीपीएस और 333.9 एमबीपीएस की डाउनलोड गति के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। सर्वश्रेष्ठ 5G अपलोड गति के मामले में, मलेशिया 50.3 एमबीपीएस की गति के साथ पहले स्थान पर है, इसके बाद स्वीडन (43.7 एमबीपीएस) दूसरे स्थान पर और नॉर्वे (40.5 एमबीपीएस) तीसरे स्थान पर है। स्वीडन 82.6MBPS स्पीड के साथ वीडियो अनुभव के लिए सर्वोच्च रैंक वाले बाजारों में अग्रणी है, इसके बाद स्लोवेनिया (81.4) और ऑस्ट्रिया (81.1) का स्थान है।
दुनिया में 5जी की कीमत क्या है?: हालांकि, भारत में 5जी के लिए कितना भुगतान करना होगा, इसको लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं है। हालांकि, रिलायंस ने कहा है कि, वो जियो 5जी की सुविधा की कीमत इस स्तर पर रखने की कोशिश करेगा, कि यूजर्स के लिए पैसा खर्च करना आसान हो, लेकिन ज्यादतर का अनुमान यही है, 4जी की तुलना में 5जी के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी। हालांकि, जिस वक्त भारत में 4जी की सर्विस लॉन्च की गई थी, उस वक्त 4जी के लिए भी काफी पैसे खर्च करने पड़ते थे, लेकिन जियो के आने के बाद 4जी सर्विस की कीमत काफी कम हो गई है और अब 500 से 600 रुपये में हर दिन 2 से 3 जीबी तक इंटरनेट की सुविधा मिल जाती है। इससे पहले, दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संकेत दिया था, कि भारत में 5G डेटा की कीमतें वैश्विक बाजार से कम होंगी। वर्तमान में, भारत में डेटा दरें लगभग 2 डॉलर (155 रुपये) हैं जबकि विश्व स्तर पर औसत दर $25 डॉलर (1,900 रुपये) है। भारत में 5G की कीमत भी 4जी के कीमत के ट्रेंड को ही फॉलो करेंगी।
भारत में क्या हो सकती है कीमत?: 2019 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया का ऑपरेटर SKT लगभग 7डॉलर में 1GB 4G डेटा प्रदान करता है और 5G के लिए $0.32 चार्ज करता है। एक अन्य ऑपरेटर, LGUPLUS, 5G डेटा 5 डॉलर (करीब 400रुपये) प्रति GB पर प्रदान करता है, जबकि 4G डेटा की कीमत लगभग 20 डॉलर प्रति GB है। वहीं, अमेरिकी कंपनी वेरिजॉन ने 58 डॉलर यानि करीब 4500 रुपये अनलिमिटेड 5जी की सुविधा दे रही है। वहीं, स्विट्जरलैंड में, दूरसंचार ऑपरेटर सनराइज 5G के लिए 55 डॉलर (करीब 4400रुपये) हर महीने लेती है और इसमें हर दिन 1जीबी डेटा दिया जाता है। ऐसे में ट्रेंड और अनुमान यही है, कि भारत में 1500 रुपये के आसपास 5जी की कीमत रहने वाली है।