बिलासपुर। भारतीय राजनीति में विवादों और आरोप-प्रत्यारोप की परंपरा कोई नई बात नहीं है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों को लेकर एक बड़ा विवाद उत्पन्न हुआ है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। भाजपा नेताओं का आरोप है कि राहुल गांधी द्वारा अमेरिका प्रवास के दौरान दिए गए बयानों से भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि राहुल गांधी के भाषणों में जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के आधार पर विभाजनकारी मानसिकता झलकती है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए हानिकारक है। उनका मानना है कि राहुल गांधी द्वारा विदेश में दिए गए बयान भारत की वैश्विक छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि राहुल गांधी द्वारा विदेशी नेताओं और ताकतों से मिलना और उनके साथ संवाद करना आपत्तिजनक है। उनके अनुसार, यह देश की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता को कमजोर करने का एक प्रयास है।
भाजपा नेताओं का आरोप है कि राहुल गांधी ने अपने विदेश प्रवास के दौरान सिख समाज के धार्मिक प्रतीकों—पगड़ी और कड़ा—को लेकर अनुचित और अपमानजनक टिप्पणियाँ कीं। उनका कहना है कि इससे न केवल सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँची है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था पर भी चोट पहुंचाई गई है। यह टिप्पणी भारत की सर्वधर्म समभाव वाली छवि को प्रभावित करने के रूप में देखी जा रही है।
भाजपा नेताओं का आरोप है कि राहुल गांधी का यह कदम एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश के भीतर और बाहर भारत की छवि को धूमिल करना है। भाजपा के नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी और उप नेता प्रतिपक्ष राजेश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
राहुल गांधी को पहले भी अपने बयानों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। भाजपा के अनुसार, उनके बयानों से देश के भीतर अस्थिरता और विभाजन की भावना को बढ़ावा मिलता है। भाजपा का मानना है कि इस प्रकार के बयान केवल राजनीतिक लाभ के लिए दिए जा रहे हैं, जो देश की सुरक्षा और एकता के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकते हैं।