बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में लगातार बढ़ती गहमागहमी के बीच, बिलासपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय पर तीखा हमला बोला है। अपने बयान में अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार को “सुशासन और सेवा” की सरकार करार देते हुए पांडेय को केवल “खोखली बयानबाजी” करने वाला नेता बताया, जो सुर्खियों में बने रहने के लिए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में लिप्त हैं।
मनीष अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार का मूल उद्देश्य “सर्वहारा और सर्ववर्ग” की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ में सुशासन को आगे बढ़ाया है, वह कांग्रेस की पिछली सरकार से बिल्कुल विपरीत है। उनका दावा है कि कांग्रेस के शासन में ढाई-ढाई साल के “झुनझुने” जैसी सरकारें थीं, जो केवल वक्त काटने में लगी रहीं और प्रदेश के विकास को नजरअंदाज किया।
भाजपा की वर्तमान सरकार के संदर्भ में, अग्रवाल ने कहा कि यह सरकार जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देती है और अनियमितताओं के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है। इसके उदाहरण स्वरूप उन्होंने कवर्धा में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पर त्वरित कार्यवाही और बिलासपुर सिम्स (SIMS) चिकित्सालय में लापरवाही पर डीन और अधीक्षक के निलंबन का हवाला दिया। इन कार्यवाहियों को उन्होंने भाजपा सरकार की सेवा और सुशासन की प्रतिबद्धता का परिचायक बताया।
पूर्व विधायक शैलेश पांडेय पर निशाना साधते हुए मनीष अग्रवाल ने कहा कि पांडेय, जो अब केवल बिलासपुर से कुछ किलोमीटर दूर रह रहे हैं, अपने “खोए हुए अस्तित्व” को बचाने के लिए खोखली बयानबाजी कर रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि पांडेय अपनी राजनीतिक पहचान को बनाए रखने के लिए बेवजह भाजपा सरकार और इसके मंत्रियों पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं।
मनीष अग्रवाल ने शैलेश पांडे की बयानबाजी को ‘खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे’ के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं की विफलताओं से परेशान होकर पांडे केवल खोखली बयानबाजी कर रहे हैं ताकि उन्हें पार्टी के बड़े नेताओं के सामने खुद को दिखाने का मौका मिले। उन्होंने कांग्रेस को कटाक्ष करते हुए कहा कि पांडे की स्थिति ‘सूप बोले तो बोले छलनी, जिसमें छत्तीस छेद’ जैसी है, जो खुद कमजोरियों से भरी है लेकिन दूसरों पर उंगली उठाने से बाज नहीं आती।