बिलासपुर में अपराधियों के हौंसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। हाल ही में शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक बेहद संगीन घटना सामने आई है, जहां एक शासकीय कर्मचारी से दिनदहाड़े लूटपाट की गई। यह घटना शहर के सराफा बाजार स्थित मारवाड़ी लाइन इलाके में घटी। कर्मचारी बैंक ऑफ महाराष्ट्र से साढ़े तीन लाख रुपए निकाल कर सदर बाजार की ओर जा रहे थे, जब एक अज्ञात लुटेरा अचानक सामने आ गया और उनसे पूरी राशि लूट कर फरार हो गया।
घटना की शुरुआत तब हुई जब शासकीय अधिकारी, अवनीश सोनी, बैंक ऑफ महाराष्ट्र से बड़ी राशि निकाल कर सदर बाजार की ओर बढ़ रहे थे। जैसे ही वह मारवाड़ी लाइन में पहुंचे, अचानक एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके रास्ते को रोक लिया और बंदूक की नोक पर उनसे साढ़े तीन लाख रुपए लूट लिए। घटना इतनी तेजी से हुई कि अधिकारी को संभलने का मौका भी नहीं मिला। लूटेरा बिना किसी विरोध का सामना किए मौके से फरार हो गया।
लूट की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम शुरू किया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि लूटेरे ने पूरी घटना की पहले से ही योजना बनाई थी और शासकीय अधिकारी की गतिविधियों पर नजर रखी थी। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही लूटेरे को पकड़ने की दिशा में कदम उठा रही है।
इस लूटपाट की घटना ने सदर बाजार और आसपास के इलाकों के नागरिकों में दहशत पैदा कर दी है। यह इलाका बिलासपुर के सबसे व्यस्त बाज़ारों में से एक है और यहां दिन के समय भी लोगों की काफी आवाजाही रहती है। इसके बावजूद दिनदहाड़े ऐसी घटना का घटित होना प्रशासन की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इलाके में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके अलावा, अधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरों के जरिए अपराधी की पहचान की कोशिशें तेज कर दी हैं। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और लूटी गई रकम को वापस प्राप्त किया जा सकेगा।
यह घटना न केवल एक संगीन अपराध का उदाहरण है, बल्कि इस बात की भी पुष्टि करती है कि बिलासपुर जैसे बड़े शहरों में सुरक्षा को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस घटना ने आम नागरिकों के मन में असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। उम्मीद है कि प्रशासन और पुलिस मिलकर ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाएंगे।