बिलासपुर के चुचुहियापारा स्थित शराब दुकान को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। क्षेत्र में अंग्रेजी और देशी शराब की दुकानें, जो पहले पुराना पावर हाउस से स्थानांतरित होकर देवरीखुर्द मोड़ के बीच मेन रोड पर स्थित की गई थीं, अब कानून व्यवस्था के लिए खतरा बनती जा रही हैं। शराब पीकर राहगीरों से मारपीट और हिंसा की घटनाएं आम हो चुकी हैं, जिससे इलाके में शांति और सुरक्षा भंग हो रही है।
हाल ही में 1 दिसंबर 2024 की रात, एक गंभीर घटना ने इन समस्याओं को फिर से उजागर कर दिया। रात 8:30 बजे शराब के नशे में धुत्त लोगों ने राहगीरों और वाहन चालकों के साथ मारपीट की। इस घटना ने आम नागरिकों के मन में भय पैदा कर दिया है। इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधीश कार्यालय पहुंचकर जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान शराब दुकान के स्थानांतरण की मांग की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं अरपा विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अभयनारायण राय कर रहे थे। उनके साथ पार्षद एमआईसी सदस्य अजय यादव, परदेशी राज, ईब्राहिम खान, युवा नेता कमलेश दुबे और राजा व्यास भी उपस्थित थे।
जनप्रतिनिधियों का कहना है कि शराब दुकान का मुख्य सड़क पर होना, कानून व्यवस्था के लिए निरंतर चुनौतियां पैदा कर रहा है। राहगीरों और स्थानीय निवासियों के लिए इस क्षेत्र से गुजरना असुरक्षित हो गया है। उन्होंने कलेक्टर से आग्रह किया कि शराब दुकान को किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। कलेक्टर ने इस मामले पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस घटना के संदर्भ में कांग्रेस नेता अभयनारायण राय ने बताया कि उन्होंने बिलासपुर पुलिस अधीक्षक को तत्काल सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया। राय ने कहा कि यदि जिला प्रशासन और आबकारी विभाग जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं करते, तो सर्वदलीय आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में असुरक्षा की भावना को भी बढ़ाती हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गई इस मांग को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को शीघ्र ही प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि आमजन को सुरक्षित माहौल मिल सके और क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।