बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए युवा कांग्रेस ने बड़ा आंदोलन करने की घोषणा की है। 23 दिसंबर को प्रदेश भर के युवा कांग्रेस कार्यकर्ता रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। इस आंदोलन का उद्देश्य राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना और युवाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना है।
मुख्यमंत्री निवास का घेराव
इस आंदोलन के तहत युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री निवास पर नशाखोरी रोकने, युवाओं को रोजगार देने, अपराध नियंत्रण करने, और धान खरीदी की समस्याओं को दूर करने जैसी मांगों को लेकर सरकार से जवाब मांगेंगे। युवा कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा सरकार के “कुशासन” के खिलाफ आवाज़ उठाने का महत्वपूर्ण कदम बताया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की भागीदारी
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब भी इस आंदोलन का हिस्सा होंगे। वे 24 दिसंबर को बिलासपुर में आयोजित *’नशा छोड़ो रोजगार दो’* हाफ मैराथन में शामिल होंगे। यह अभियान नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को रोजगार की ओर प्रेरित करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
राजनीतिक संदर्भ और योजनाएं
युवा कांग्रेस नेताओं ने बिलासपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि यह आंदोलन राज्य में भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल की विफलताओं को उजागर करने का प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने न तो युवाओं के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर सृजित किए हैं, और न ही नशाखोरी और अपराधों पर नियंत्रण किया है।
इस आंदोलन के बाद 24 दिसंबर को दोपहर 12 बजे युवा कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन होगा। बैठक में नगरीय निकाय चुनाव की रणनीति और संगठन की अन्य योजनाओं पर चर्चा होगी।
आंदोलन की तैयारियां जोरों पर
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने बताया कि आंदोलन की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। प्रदेशभर से युवा नेता रायपुर कूच करेंगे और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उसे आईना दिखाने का प्रयास करेंगे।
यह आंदोलन न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य में बढ़ती सामाजिक चुनौतियों को उजागर करने का एक प्रयास भी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस आंदोलन को किस तरह से जवाब देती है और युवा कांग्रेस का यह प्रयास जनता के बीच कितना प्रभाव डालता है।