बिलासपुर जिले के कोटा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आक्रोश सोमवार को सड़कों पर देखने को मिला। हाल ही में संपन्न नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रतनपुर के महामाया चौक में कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रमेश सूर्य के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर विधायक का पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की।
विधायक पर मनमानी और दादागिरी के आरोप
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक अटल श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि विधायक ने पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की और अयोग्य प्रत्याशियों को टिकट दिया, जिससे कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए— “अटल की दादागिरी नहीं चलेगी, कोटा बचाओ, विधायक हटाओ!”
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अटल श्रीवास्तव ने पार्टी के निष्ठावान और दमदार उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया, बल्कि छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से आए बाहरी लोगों को उम्मीदवार बना दिया। इससे कांग्रेस को चुनावों में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
लोकसभा चुनाव में भी किया था नुकसान?
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि अटल श्रीवास्तव की नीतियों के कारण कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था। रमेश सूर्य और अन्य नेताओं का कहना है कि कोटा विधायक ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के खिलाफ अपने करीबी सुदीप श्रीवास्तव को निर्दलीय चुनाव लड़वाया, जिससे कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
महिलाओं का भी फूटा गुस्सा
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं, जिन्होंने विधायक के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। महामाया चौक पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अटल श्रीवास्तव के पुतले को चप्पलों से पीटा और कांग्रेस नेतृत्व से मांग की कि कोटा को बचाने के लिए विधायक को तुरंत हटाया जाए।
पार्टी में बढ़ता असंतोष और नेतृत्व की चुनौती
यह विरोध प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष को दर्शाता है। कोटा विधानसभा क्षेत्र में लगातार हो रही पार्टी की हार ने कार्यकर्ताओं को हताश कर दिया है, जिससे नेतृत्व के खिलाफ खुला विद्रोह देखने को मिल रहा है। अब सवाल यह उठता है कि कांग्रेस आलाकमान इस घटनाक्रम पर क्या रुख अपनाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को शांत करने के लिए नेतृत्व कोई नया निर्णय लेगा? यह आने वाले समय में साफ हो जाएगा।
कोटा में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा है। विधायक अटल श्रीवास्तव पर मनमानी, गुटबाजी और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाए जा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन के जरिए कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे अब और चुप नहीं बैठेंगे। इस विरोध के बाद अब कांग्रेस नेतृत्व के लिए यह चुनौती होगी कि वह पार्टी में बढ़ते असंतोष को कैसे संभाले और आगामी चुनावों में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए।