रायपुर।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड इन दिनों पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में वक्फ संपत्तियों की स्थिति को दुरुस्त करने के अभियान के तहत, बिलासपुर जिले में लंबे समय से किराया न चुकाने वाले किराएदारों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। खासतौर पर बिलासपुर के चाटापारा क्षेत्र में स्थित वक्फ संपत्तियों को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है, जिसमें 42 किराएदारों को नोटिस देकर सरकारी गाइडलाइन के अनुसार नया किराया चुकाने के निर्देश दिए गए हैं।
अब पुराना किराया चार किस्तों में चुकाना होगा
वक्फ बोर्ड ने तय किया है कि जिन किराएदारों ने वर्षों से किराया नहीं दिया है, उन्हें अब बकाया किराया चार किस्तों में चुकाना होगा। इसके अलावा, सभी किराएदारों को नए किराया दर पर एग्रीमेंट करना अनिवार्य किया गया है। यह निर्णय न केवल संपत्तियों की आय बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली को पारदर्शी और मजबूत बनाने की दिशा में भी अहम माना जा रहा है।
अब हर महीने 5.40 लाख की आमदनी
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने इस पूरे अभियान की निगरानी खुद की और सभी किराएदारों को बुलाकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि पहले बिलासपुर जिले से वक्फ बोर्ड को महज 23,000 रुपये प्रतिमाह की आमदनी होती थी, जो कि अब इस फैसले के बाद बढ़कर 5 लाख 40 हजार रुपये प्रतिमाह हो जाएगी। डॉ. राज के मुताबिक, “यह नया वक्फ बिल मुसलमानों की तरक्की का बिल है। अब गरीब मुसलमान की तरक्की होगी।”
वक्फ संपत्तियों का होगा बेहतर उपयोग
बिलासपुर जिले में वक्फ बोर्ड की करोड़ों की संपत्तियां हैं, लेकिन लापरवाही और पुराने अनुबंधों के कारण इनका सही उपयोग नहीं हो पा रहा था। अब वक्फ बोर्ड ने तय किया है कि इन सभी संपत्तियों की जांच की जाएगी और उचित किराया तय कर आमदनी को दुरुस्त किया जाएगा। इससे न केवल वक्फ संपत्तियों की हालत सुधरेगी, बल्कि इनसे प्राप्त आय का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक योजनाओं में भी किया जा सकेगा।
किराएदारों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
वक्फ बोर्ड के इस फैसले को लेकर किराएदारों की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है। कुछ किराएदारों ने नई व्यवस्था का स्वागत किया है, जबकि कुछ ने इसे अचानक और बोझिल बताया। हालांकि, वक्फ बोर्ड का कहना है कि उन्हें सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद यह निर्णय लेना पड़ा, ताकि समाज के व्यापक हित में इन संपत्तियों का उचित लाभ उठाया जा सके।