बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्र में हिर्री माइन्स के पास मिले अज्ञात शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस ब्लाइंड मर्डर केस में मृतक की पत्नी, सास, साढ़ू और उसके दोस्त ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पारिवारिक कलह से तंग आकर उन्होंने मिलकर युवक की बेरहमी से हत्या कर दी और पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे को पत्थरों से कुचल दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में एसीसीयू (सायबर सेल) और थाना चकरभाठा की संयुक्त टीम ने करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। तकनीकी इनपुट और सूझबूझ के साथ पुलिस ने पहले शव की पहचान की और फिर एक-एक कर हत्या के षड्यंत्र में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
17 जुलाई 2025 को हिर्री माइन्स के पास एक अज्ञात शव मिला था, जो गुमनाम होने के साथ-साथ बेहद दर्दनाक हालत में था। शव की पहचान साहिल कुमार पाटले (24 वर्ष), निवासी ग्राम मोहनपुर, थाना बलौदा, जिला जांजगीर-चांपा (छ.ग.) के रूप में की गई।
जांच में सामने आया कि साहिल की पत्नी वर्षा खुंटे, उसकी सास सरोजनी खुंटे, साढ़ू राजाबाबू खुंटे और दोस्त विकास आदिले ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। साहिल शराब का आदी था और नशे में पत्नी को अक्सर मारता-पीटता था। इससे परेशान वर्षा और उसकी मां सरोजनी ने साहिल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के तहत एक लाख रुपये की सुपारी तय की गई, जिसमें से आठ हजार रुपये अग्रिम भुगतान भी दिया गया।
हत्या की रात, आरोपी राजाबाबू और विकास ने साहिल को बाइक से हिर्री माइन्स ले जाकर शराब पिलाई। जब वह पूरी तरह नशे में हो गया, तब दोनों ने पास पड़े पत्थरों से उसके सिर पर लगातार वार कर हत्या कर दी। पहचान मिटाने के लिए चेहरा बुरी तरह कुचल दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी
- सरोजनी खुंटे (मृतक की सास)
- वर्षा खुंटे (मृतक की पत्नी)
- राजाबाबू खुंटे (साढ़ू)
- विकास आदिले (राजाबाबू का दोस्त)
बरामद सामग्री
- बजाज पल्सर बाइक (CG 11 BJ 1748)
- हत्या में प्रयुक्त पत्थर
- चार मोबाइल फोन
इस जघन्य हत्याकांड के पर्दाफाश में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले अधिकारियों और जवानों को एसएसपी रजनेश सिंह द्वारा सम्मानित किया गया है। टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेन्द्र जायसवाल, एसीसीयू प्रभारी अनुज कुमार, डीएसपी रश्मीत कौर चावला, निरीक्षक उत्तम साहू सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।