बिलासपुर/ कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पांडेय ने नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल पर फिर से निशाना साधा है। उनका आरोप है कि सत्ता का घमंड मंत्री अग्रवाल और उनके कार्यकर्ताओं पर इतना बढ़ गया है कि वो अपने अहंकार और रसूख के कारण आए दिन किसी को भी धमकाते रहते हैं। परिणाम स्वरूप बिलासपुर में आए दिन कांग्रेस के लोगों पर षड्यंत्र कारी एफआईआर दर्ज की जाती है। यानी कि बुरे कार्य मंत्री और उनके कार्यकर्ता करते हैं और सत्त्ता की लाठियां कांग्रेस के ऊपर होती हैं।
उन्होंने कहा है कि बिलासपुर शहर में पिछले कुछ वर्षों से अशांति फैली हुई है, जिसमें कई बार नेताओं को मंत्री अग्रवाल के कार्यकर्ताओं ने धमकियां दी। मारपीट की और सबसे मुख्य स्वयं उनकी भड़काऊ बयानबाज़ी है। उन्होंने बताया कि कुछ माह पूर्व तालापारा में इफ्तार पार्टी में मुख्य अतिथि बनने के लिए मंत्री के लोगों ने अशांति का माहौल बनाया था और मारपीट करवाकर एफआईआर दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने उनके लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी, लेकिन कांग्रेस के लोगों पर कहर बरसाया था। प्रवक्ता पांडेय ने कहा है कि एक वर्ष पूर्व मंत्री अग्रवाल के लोग थाने में उनके खिलाफ झूठी शिकायत करने गए थे और थाने में जाकर झूठी एफआईआर करने के लिए दबाव बनाया था। मुझे बदनाम और षड्यंत्र कर फंसाने का प्रयास किया था। कुछ मंचों में तो मुझे साफ-साफ मुख्य अतिथि नहीं बनने की धमकी दी गई थी, जिससे मुझे मानसिक प्रताड़ना मिली। इस पर पुलिस ने कभी भी कोई कार्रवाई नहीं की। कुछ माह पूर्व मंत्री अग्रवाल ने ही किसी कार्यक्रम में कांग्रेस और विपक्ष को पनही से मारने वाला गंदा और भद्दा बयान दिया था, जिसके कारण शहर की शांति भंग हुई थी, लेकिन कांग्रेस ने तब इसकी निंदा की थी और मंत्री को गलत बयानबाज़ी के लिए चेतावनी दी थी। अभी भी शहर का और प्रदेश का माहौल खराब करने के लिए अमर ही जिम्मेदार हैं। कांग्रेस को कचरा कहकर शहर को भड़का दिया, जिसके कारण कांग्रेस के सांकेतिक विरोध को तूल देकर सत्ता के घमंड में कांग्रेस भवन के अंदर लाठीचार्ज की गई और कई लोग जिसमें वरिष्ठ नेता, महिला कार्यकर्ता, युवा नेता और नाबालिग बच्चों पर लाठी बरसाई गई, जो अभी भी अस्पताल में हैं और पीड़ित भी हैं। किसी का सिर फूटा। किसी की टांग टूट गई। लोगों को जान के लाले पड़ गए। ऐसा कार्य पुलिस ने किया।
इन सभी घटनाओं के लिए सिर्फ मंत्री अग्रवाल जिम्मेदार हैं, जिसके कारण बिलासपुर अमन और शांति का टापू अब दंगों का शहर बन गया है। मंत्री अमर के कारनामे और शहर और प्रदेश जनता है, जिसमें बड़े कारनामे नसबंदी कांड, आंख फोड़वा कांड, सीवरेज़ जानलेवा योजना और न जाने कितने कांड कर अभी भी सत्ता में काबिज हैं।
उन्होंने कहा है कि मीडिया में सफाई देने वाले मंत्री अग्रवाल के चरित्र की सच्चाई अब शहर की और प्रदेश की जनता जान चुकी है और इस बार उनको चुनाव में कुर्सी से गिराने वाली है।