बिलासपुर/12/11/2018/ जनसंपर्क करने पहुंचीं तखतपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि आशीष सिंह ठाकुर का हर गांव में फूलों की माला और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत हो रहा है। भाजपा सरकार और स्थानीय विधायक की अनदेखी से जनता नाराज हैं और इस बार बदलाव के मूड में नजर आ रही है। मतदाताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए रश्मि सिंह उनका हर दुख-दर्द विधानसभा पहुंचने के बाद जल्द ही दूर करने का भरोसा दिला रही हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने रविवार को जोरापारा, मोछ समेत एक दर्जन से अधिक गांवों में जनसंपर्क किया। सबसे पहले वे जोरापारा पहुंचीं, जहां प्रवेश करते ही सड़क पर युवाओं और महिलाओं का हुजूम दिखाई दिया, जो रश्मि सिंह को देखते हुए उनके पक्ष में नारे लगाने लगे। जैसे ही रश्मि सिंह कार से उतरीं, समर्थकों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। ढोल-ताशे के साथ उनका स्वागत किया गया। कांग्रेस के पक्ष में नारेबाजी करते हुए टोली के साथ रश्मि सिंह आगे बढ़ीं और गांव के मंदिर में मत्था टेका। इसके बाद जनसंपर्क करते हुए घर-घर दस्तक दीं। इस दौरान महिलाओं ने उन्हें अपने गांव की समस्याएं बताईं। महिलाओं का कहना था कि पानी, बिजली, राशन, पेंशन से लेकर हर तरह की समस्याएं गांव में हैं। वे जनपद से लेकर जिला कार्यालय तक गुहार लगाकर थक चुकी हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि यदि वे विधानसभा पहुंचती हैं तो अपने ससुर बलराम सिंह और पिता स्व. रोहणी प्रसाद बाजपेयी की तरह पूरे समय क्षेत्र में सक्रिय रहेंगी। गांव की समस्याओं को वह खुद की समस्या समझेंगी और उसका जल्द से जल्द निराकरण करने का प्रयास करेंगी। लगभग हर घर की महिलाओं को कुछ इसी तरह की शिकायत थी।
बिरझा चाचा जो कहेंगे… मैं वही करूंगी
कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह जोरापारा की बस्ती में स्थित एक घर में जैसे ही पहुंचीं, उन्हें वहां बेटी सा प्यार मिला। घर से एक बुजुर्ग व्यक्ति निकला, जो उन्हें आशीर्वाद देते हुए घर के अंदर ले गए। वहां रश्मि सिंह का फूल-मालाओं और आरती उतारकर स्वागत स्वागत किया। घर के सामने ही छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था, जहां बुजुर्ग व्यक्ति उन्हें लेकर गए। माइक थामते हुए रश्मि सिंह ने कहा कि मेरे ससुर बलराम सिंह और पिता स्व. रोहणी प्रसाद बाजपेयी के साथ मेरे ये बिरझा चाचा प्रचार करते थे। उनके जमाने के यहां एक ही व्यक्ति हैं। मैं क्या कहूंगी… बिरझा चाचा जो कहेंगे, मैं वही कहूंगी। इसके बाद उन्होंने माइक बिरझा चाचा को थमा दिया।
बिरझा चाचा बोले- ये हमारे क्षेत्र की बेटी और बहू है… इनका मान हमें रखना है
सभा को संबोधित करते हुए बिरझा चाचा ने कहा कि रश्मि सिंह किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। ये हमारे क्षेत्र की बेटी और बहू दोनों हैं। इनका मान हमें रखना है। जब यहां मेरे मित्र बलराम सिंह विधायक थे, तब तक हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। गांव का हर काम वो अपना काम समझकर निपटाते थे। बीते पांच साल से यहां भाजपा का विधायक है और प्रदेश में 15 साल से भाजपा की सरकार। सत्ताधारी पक्ष के होते हुए भी विधायक राजू सिंह क्षत्रिय ने हमारी अनदेखी की। उसका बदला लेने का समय आ गया है। उनका इतना कहना था कि भीड़ की ओर से तालियों की गड़गड़ाहट से उनकी बातों का समर्थन किया गया।
मैं आप लोगों की तरह एक छोटी सी कार्यकर्ता हूं: रश्मि
कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने जनता को अपने ससुर बलराम सिंह और पिता स्व. रोहणी प्रसाद बाजपेयी का कार्यकाल याद दिलाया। उन्होंने कहा कि उनके पिता स्व. बाजपेयी तखतपुर से 1972 से 1977 तक विधायक रहे। उस समय लोगों को याद है कि वे इस गांव और पूरी विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कितने तत्पर रहते थे। ससुर बलराम सिंह दो बार विधायक रहे। एक उपचुनाव में तो दूसरा विधानसभा चुनाव में। दोनों ही बार उन्होंने क्षेत्र की जनता की सेवा को महत्व दिया। आज गांव में जो भी सुविधाएं दिखाई दे रही हैं, वह उनकी ही देन है। उन्होंने जनता से वादा किया कि वे उन्हें विधानसभा पहुंचाएं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाएं। तखतपुर विधानसभा के सभी गांवों की तकदीर और तस्वीर बदलकर रहेंगी। गांव में क्या-क्या समस्याएं होती हैं, वह भली-भांति जानती हैं, क्योंकि वह भी गांव की बेटी है। उन्होंने कहा कि वह आज तक किसी भी बड़े पद पर नहीं रही हैं। कांग्रेस की छोटी सी कार्यकर्ता है। आम कार्यकर्ता हैं। सामने जुटी भीड़ की तरह। कांग्रेस ने आज उन जैसे कार्यकर्ता पर जो भरोसा जताया है, उसे हम सबको मिलकर पूरा करना है।