छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनावों में ताल ठोंकने वाले 3183 प्रत्याशी ऐसे थे, जो पांचवीं से बारहवीं कक्षा पास तक की शैक्षणिक योग्यता रखते हैं. अगर सभी प्रत्याशियों की शिक्षा का स्तर देखा जाए तो उसमें सबसे उच्च स्तर पांचवीं से बारहवीं के बीच का ही सामने आया है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और राजस्थान में कई ऐसे प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में थे, जो पूरी तरह से असाक्षर थे.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 1365 ऐसे प्रत्याशी थे, जिनकी शैक्षणिक योग्यता पांचवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा पास तक थी. इसके अलावा 1095 प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता बीए या उससे ऊपर की थी. नामांकन पत्र में शैक्षणिक योग्यता नामक एक कॉलम होता है, जिसमे 155 उम्मीदवारों ने केवल साक्षर लिखा है, जबकि 54 उम्मीदवार ऐसे भी थे, जिन्होंने इस कॉलम में असाक्षर ही लिखा है.
अगर राजस्थान की रिपोर्ट पर ध्यान दें तो यहां चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी में 5वीं से 12वीं कक्षा पास वाले 1034 प्रत्याशी थे. जबकि बीए या उससे ऊपर की पढ़ाई-लिखाई करने वाले 949 प्रत्याशी थे. 161 प्रत्याशियों ने खुद को सिर्फ साक्षर बता दिया है, वहीं 12 लोगों ने लिखा है कि वे पूरी तरह असाक्षर हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में जो नामांकन पत्र दाखिल हुए थे, उनमें से 9 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने खुद को असाक्षर घोषित किया है, 41 प्रत्याशी ऐसे हैं जो खुद को साक्षर बताते हैं, जबकि 724 उम्मीदवार पांचवी से बारहवीं कक्षा के बीच हैं.