कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों को संबोधित कर रहे है। इस कार्यक्रम की शुरूआत जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजली देकर की गई। इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अगर आम चुनाव के बाद कांग्रेस सत्ता में आई तो अर्धसैनिक बलों के जवानों को शहीद का दर्जा दिया जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि अभी तक अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता है। लेकिन कांग्रेस की सरकार आएगी तो उन्हें शहीद का दर्जा मिलेगा। इस दौरान उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भी सीआरपीएफ के जवानों को शहीद का दर्जा नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार और पीमए मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी के ‘न्यू इंडिया’ में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता, लेकिन एक उद्योगपति को 30 हजार करोड रूपए का तोहफा आसानी से मिलता है।
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने देश की शिक्षा व्यवस्था में खास विचारधारा थोपे जाने का भी आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप किसी भी विश्वविद्यालय में पू्छ लीजिए। पता चलेगा कि कुलपति के पद पर एक विचारधारा और संगठन के लोग बैठाए जा रहे है। वे हिंदुस्तान की शिक्षा व्यवस्था को अपना औजार बनाना चाहते है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमें इन संस्थाओं को स्वायत्तता देनी है। पूरा धन देना है। यह नहीं कहना है कि उन्हें क्या करना है। यही हममें और उनमें अंतर है। इसके साथ ही भाजपा शिक्षा पर बजट में कटौती की है। वह शिक्षा को निजी समूहों के हाथों में सौप रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब मेरी दादी की मौत हुई मेरे पापा उस समय बंगाल में थे। मेरी दादी मेरे लिए मां से भी ज्यादा थी। मेरी दादी की हत्या उनकी सुरक्षा करने वालों ने की थी। सतवंत सिंह ने मुझे बैडमिंटन सिखाया था।