बिलासपुर: आज सुबह जब पुलिस ने विराट के मिलने की जानकारी उसके परिजनों को दी, सुबह पुलिस की विराट को लेकर उसके घर पहुंची। जहां उसके स्वागत के लिए परिजनों के साथ पूरा मोहल्ला व शहर के गणमान्य लोग एकत्रित थे। जैसे ही पुलिस की गाड़ी गली में प्रवेश की बाजे गाजे के साथ जमकर आतिश बाजी विराट का स्वागत किया सप्ताह भर बाद आरोपी के चंगुल में रहकर लौटे विराट को देख माँ विभा सराफ पिता विवेक सराफ गले लगाकर रोते रहे। जिसके आने की खुशी में मिठाइयां बांटी गई ।
अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर विराट के आने की जानकारी शहर में लगते ही, उससे मिलने समाजिक संगठन क्षेत्र के नेताओं सहित नागरिकों का घर मे हुजूम लगा रहा। चर्चा करते हुए विराट सराफ के पिता विवेक सराफ का कहना है कि हमे ऊपर वाले पर पूरा भरोसा था हमारा बेटा सही सलामत लौट आयेगा । शहर के समस्त नागरिकों का आभार है जो हमारी इस मुश्किल घड़ी में हमारे साथ खड़े रहे, जिन्हें हम नही जानते वह भी विराट के सकुशल लौटने की मन्त मुराद मांगते रहे उन सब का धन्यवाद अदा करना चाहूंगा। विराट की माँ विभा सराफ ने कहा हमारे बच्चे की लौटने की खुशी को शब्दों में बयान नही किया कर सकती, उम्मीद था लोगों की दुआएं बच्चे के साथ थी इसलिये सकुशल लौट आया , हमारे लिए यह घटना भयानक रहा जिसे कभी भुलाया नही जा सकता। विराट का जन्म दिन 28 अप्रैल को है जिसे दुगनी खुशी के साथ मनाया जाएगा। विराट के बड़े पापा ने बताया कि बच्चा किडनैपर बच्चे को धमकी देते थे अगर रोयेगा तो मार देंगे , जिसे खाने के लिए केवल बिस्किट ही दिया जाता था, विराट बार बार मम्मी पापा से मिलने की गुहार लगाने पर जल्द ही मिलाने की बात कहता था।
पुलिस की घेराबंदी में कैसे फंसे अपहरण करता
आईजी प्रदीप गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर बताया कि आरोपी ने 23 अप्रेल को विराट के पिता को फोन कर 6 करोड़ की मांग की थी , नम्बर ट्रेस कर जब पता लगाया तो किसी ठेले से लेकर उपयोग किया था लेकिन लोकेशन ट्रेस हो गया, किडनैपर द्वारा फोन पर कई ऐसे बातें कही जिससे ऐसा लग रहा है कि इस मामले में कोई ऐसा व्यक्ति जुड़ा है जो सराफ परिवार से भली भांति वाकिफ है। पकड़ाये गए आरोपी में अनिल सिंह ठाकुर बेमेतरा निवासी शहर में रहकर ठेकेदारी का कार्य करता है जिससे पूछताछ करने पर बताया की उसका सराफ परिवार के सदस्य से पहचान है इन्होंने आगे बताया की मुख्य आरोपी राजकिशोर बिहारी किडनैपिंग की प्लांनिग हरेकृष्णा उर्फ विशाल शर्मा सतीश शर्मा को शामिल किया , पहले सत्यनारायण सराफ जो विवेक सराफ के रिश्तेदार को टारगेट किया था किंतु उनके बाहर जाने से विराट की किडनैपिंग की योजना बनाने विवेक सराफ के घर का किडनैपर रैकी किया। जिस सिम कार्ड का स्तेमाल किया जा रहा था वह ठेलेवाले के मोबाइल लेकर चुप के से निकाल लिया जिसकी उसे भनक तक नही लगी , ट्रेस के आधार पर जब पकड़ा गया तो उसने सारी जानकारी दी वही आरोपी जिस मोबाइल का स्तेमाल कर रहे थे वह चकरभाठा के एक मोबाइल शॉप से खरीदा था। जो बड़ी फिल्मी अंदाज से वैगन कार में राज किशोर बिहारी सतीश शर्मा हरे कृष्णा उर्फ विसाल विराट का अपहरण कर राज किशोर नगर की ओर गए जहाँ रास्ते मे वाहन बदल इंतज़ार कर रहे अनिल सिंह के साथ डस्टर में रेलवे स्टेशन होते हुए, जरहाभाठा पन्नानगर पहुंचे, अपहरण की घटना को पूरी प्लांनिग के साथ कि गई। इस घटना का मास्टर माइंड योजना बध तरीके से बिहार चला गया, जो पुलिस को गुमराह करने हर राज्य के बोर्ड में जाकर मोबाइल के जरिये फिरौती की मांग करता था , जिनका मकसद था पैसे लेकर बच्चे को किसी सुनसान जगह छोड़कर अलग अलग राज्य भागने का प्लान था