त्योहारी सीजन में लोग टीवी-फ्रीज, वाशिंग मशीन जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स से लेकर मोबाइल-लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान और दो-पहिया-चार पहिया वाहन से लेकर घर खरीदने तक की योजना बनाते हैं.
त्योहारी सीजन में लोग टीवी-फ्रीज, वाशिंग मशीन जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स से लेकर मोबाइल-लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान और दो-पहिया-चार पहिया वाहन से लेकर घर खरीदने तक की योजना बनाते हैं. चूंकि कंपनियां आकर्षक ऑफर्स दे रही होती हैं, ऐसे में खुद को रोक पाना शायद ही संभव होता है. और नहीं ले पाने की स्थिति में हम अपराध बोध के शिकार भी हो जाते हैं. ऐसे में हम आज ऐसे कुछ तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से खरीद की अपनी योजनाओं को आप अमलीजामा दे सकते हैं-
लोन लेना
घर और कार के लिए तो अमूमन आप लोन लेते ही हैं. सस्ते लोन और बैंकों के ऑफर्स के कारण इन्हें लेना पहले से आसान भी हो गया है. लेकिन क्या आपको पता है कि इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीद के लिए भी बैंक आपको कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन देते हैं. आप आसान शर्तों पर कम समय में पर्सनल लोन लेकर भी ये सामान खरीद सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड का उपयोग
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि खरीदने के लिए क्रेडिट कार्ड एक अच्छा विकल्प है. इससे आपकी क्रय शक्ति बढ़ जाती है, क्योंकि लगभग 50 दिनों की क्रेडिट लिमिट के साथ ही क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई की सुविधा भी आपको मिलती है.
मित्रों या परिवार से उधारी
अच्छी तरह योजना बनाने के बावजूद महंगी चीजें खरीदने वक्त कभी-कभी पैसे की कमी हो जाती है. ऐसे वक्त हीनता या अपराध बोध के शिकार होने से बेहतर है अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों से घटे हुए पैसे उधार लेना. एक बात ध्यान में रखें कि किसी से पैसे मांगने से आप छोटे नहीं हो जाते हैं, हां, आपको इस मामले में पारदर्शी और शब्द का पक्का जरूर होना चाहिए. इससे आप ब्याज के पैसे देने से भी बच जाते हैं.
पुराने एसेट्स बेचना
अगर आप घर या कार जैसी चीज ले रहे हैं तो अपने पुराने एसेट्स को बेचना भी अच्छा विकल्प है. इस तरह कम उपयोगी चीज बेचकर आप अधिक उपयोगी चीज खरीद लेते हैं. पुरानी कार बेचकर नई कार लेना या पुराने मकान या दूर की जमीन बेचकर उस जगह पर नया घर लेना हमेशा अच्छा फैसला होता है, जहां आप रह रहे हैं. बाकी पैसे की आप ईएमआई करवा सकते हैं.