हमारे हाथो के नाखुनो का निर्माण कैल्शियम व केरेटिन नामक प्रोटीन होता है, पर अगर कभी हमारे बॉडी में पोषक तत्वों की कमी हो जाये या कोई बीमारी हो तो इसके कारण केरेटिन की सतह पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिससे नाखूनों में कुछ परिवर्तन आने लगते है, नाखुनो के बदलते रंग कई बीमारियों का इशारा देते है। आज हम आपको नाखूनों के बदलते हुए रंगो के कुछ कारणों के बारे में बताने जा रहे है।
1- कभी-कभी हमारे नाखुनो का रंग पीला हो जाता है। इसका मतलब ये है की आपके बॉडी में खून की कमी है, इसके अतिरिक्त दिल रोग, कुपोषण और लिवर संबंधी बीमारियों के होने पर भी नाख़ून का रंग पीला हो जाता है, नाखुनो के पीले होने का मतलब फंगस इंफैक्शन भी हो सकता है।
2- पूरी तरह से सफ़ेद नाख़ून लिवर, दिल या आंतों की बीमारियों का इशारा देते है।
3- अगर आपके नाख़ून नीले पड़ गए है तो इसका मतलब है की आपके बॉडी में ऑक्सीजन का संचार सही ढंग नहीं हो पा रहा है। इसके अतिरिक्त नीले नाख़ून फेफड़ों में इंफैक्शन, निमोनिया या दिल की बीमारियों का इशारा देते है।
4- किसी किसी के नाख़ून बहुत ज़्यादा मोटे व खुरदरे होते है ये इस बात का इशारा होता है की आपके नाखुनो में फंगल इंफैक्शन की समस्या है। इसके अतिरिक्त बॉडी में इम्युनिटी क्षमता के कमज़ोर होने पर भी नाख़ून मोटे व खुरदुरे हो जाते है।