अक्सर आपने घर के बड़ों को कहते हुए सुना होगा कि आज मेरी आँख फड़क रही हैं कुछ बुरा होने वाला हैं। ऐसा उस व्यक्ति को अहसास होता हैं। हिन्दू धर्म ग्रंथों में ऐसी कई चीजें हैं जो हमारे शरीर को हमारे जीवन की क्रियाओं से जोड़ते हैं। केवल आँख ही नहीं शरीर के ओर अंगों के फड़कने से भी आने वाले समय के शुभ-अशुभ का पता लगाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं कौनसा अंग क्या संकेत दे सकता हैं।
* गर्दन :
अगर आपकी गर्दन फड़क रही है तो समझ लें कि आपके जीवन में खुशहाली, संपन्नता आने वाली है। अगर आप पुरूष हैं और अविवाहित हैं तो आपके किसी सुंदर स्त्री से विवाह होने के योग बन सकते हैं।
* दाएं पैर का तलवा :
दाएं पैर का तलवा फड़के तो समझ लीजिए कि आपको मुश्किलों से दो-चार होना पड़ेगा और बायां तलवा फड़के तो किसी सफर के लिए तैयार रहें।
* दाहिना कंधा :
अगर दाहिना कंधा फड़क रहा है तो समझ लें आपको जल्द ही आपके अधिकार की प्राप्ति होने वाली है और साथ ही आपके साहस में भी बढ़ोतरी होगी।
* बायां कंधा :
अगर बायां कंधा फड़क रहा है तो यह समझना चाहिए कि आपकी जल्द ही किसी मनोकामना की पूर्ति होने वाली है।
* दोनों कंधे :
अगर आपके दोनों कंधे फड़कें तो समझ लें किसी से झगड़ा होने वाला है।
* बायीं आँख :
आँखों के फड़कने के विषय में सबसे अधिक मान्यताएं है। कहते है यदि किसी मनुष्य की बायीं आँख फड़क रही है तो समझ ले की उसके परिवार के किसी सदस्य या उसे स्वयं कोई बड़ी बीमारी आ सकती है।
* दायीं आँख :
दाहिनी आंख के फड़कने को शुभ माना जाता है। अर्थात यदि दायीं आंख फड़के तो समझ लीजिये कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
* पीठ :
अगर किसी व्यक्ति की पीठ फड़कती है तो उसे अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
* कमर :
अगर किसी व्यक्ति का कमर के सीधे हिस्से में कुछ हलचल होती है तो यह इस बात के संकेत है कि आपको भविष्य में धन लाभ होगा।
* गाल :
अगर आपके दोनों गाल फड़क रहे हैं तो फिर आपके घर में धन आने वाला है या आपकी आर्थिक स्थित मजबूत होने के संकेत है।
* शरीर का बायाँ भाग :
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यदि किसी पुरुष के शरीर का बायां भाग फड़कता है तो आने वाले भविष्य में उसे किसी दुःखद घटना का सामना करना पड़ सकता है। और यदि पुरुष के दाएं भाग में हलचल हो तो उसे जल्द ही कोई बाड़ी खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।