बिलासपुर। नगर निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी पूर्व अतिक्रमण शाखा प्रभारी प्रमिल शर्मा के कार्यकाल को बढ़ाए जाने के प्रस्ताव पर एमआईसी सदस्य उदय मजूमदार और महापौर किशोर रॉय के बीच तीखी बहस हो गई। दोनो के बीच बात इतनी बढ़ गई कि एमआईसी सदस्य ने महापौर को यहां तक कह दिया कि उनकी बदौलत ही वे चुनाव जीतकर महापौर बने और यहां तक पहुंचे हैं अगर इसी प्रकार प्रस्ताव पास करना है तो उनका इस्तीफा ले लिया जाए।
मालूम हो कि आज विकास भवन के सभाकक्ष में मेयर इन कौंसिल की बैठक आयोजित हुई। बैठक में महापौर किशोर राय ने जैसे ही पूर्व अतिक्रमण प्रभारी सेवानिवृत्त प्रमिल शर्मा का कार्यकाल 18 महीने बढ़ाने का प्रस्ताव रखा तो एमआईसी सदस्य एवं पार्षद उदय मजुमदार ने विरोध के स्वर में आपत्ति दर्ज करा दी जिसपर सदस्य प्रकाश यादव व अन्य एमआईसी सदस्यों ने उनके विरोध का समर्थन भी कर दिया। इस दौरान जब एमआईसी सदस्य खड़े होकर एक स्वर में अपनी बात रख रहे थे तो महापौर किशोर राय ने उन्हें चुपचाप बैठने की नसीहत दे डाली। इससे बात बढ़ गई और एमआईसी सदस्य मजुमदार ने कहा कि बिना उनकी सहमति के प्रस्ताव कैसे रखा गया यही नही उन्होंने महापौर को कहा आप हमारी बदौलत चुनाव जीतकर महापौर बने और यहां तक पहुंचे हैं, ऐसा ही प्रस्ताव पास करना है तो मैं एमआईसी सदस्य से इस्तीफा दे दूंगा।
महापौर के अड़ियल रवैये से नाराज़ होकर मजूमदार ने इस्तीफ़ा देने मजबूर हुए
एमआईसी सदस्य एवं पार्षद उदय मजुमदार का कहना है कि महापौर एमआईसी की बैठक में बोलने नहीं देते। सभी सदस्यों से मौखिक सहमति ले ली जाती है। ऐसा ही चलता रहा तो मैं एमआईसी सदस्य से इस्तीफा दे दूंगा। बैठक में मैंने इस्तीफे की पेशकश की है।
एमआईसी के पास सारे अधिकार
महापौर किशोर राय का कहना है कि कोई विवाद नहीं हुआ है। सदस्य अपना सुझाव देते हैं। मानना या न मानना, यह एमआईसी का अधिकार है।