बिलासपुर। तिफरा के सीएसईबी कॉलोनी में 9 मार्च को हुए जानलेवा हमले के आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बताया कि प्रार्थी को जान से मारने की योजना जेल में बनाई गई थी। आरोपियो के पास से धारदार हथियार, एयर पिस्टल आदि हथियार बरामद हुई है।
मालूम हो कि सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत तिफरा स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल कॉलोनी में 9 मार्च की रात्रि 8:30 बजे के करीब बिसरुराम निर्मलकर पिता स्व.मंगलराम के घर मे घुसकर अज्ञात आरोपियों ने धारदार हथियार से जान से मारने की नीयत से हमला कर फरार हो गए थे। आरोपियो की पतासाजी में बिलासपुर पुलिस ने क्राईम ब्रांच की टीम छानबीन कर रही थी। जिसमे घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरी को खंगालने पर आरोपियो के बारे में पहचान मिलती गई। जिसपर पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि प्रार्थी के 3 पुत्र हत्या के एक मामले में केंद्रीय जेल बिलासपुर में विचाराधीन है जिनका घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी गणेश तिवारी से जेल के अंदर गंभीर विवाद हुआ था जिसके बाद आरोपी गणेश बदला लेने के लिए लगातार कोशिश कर रहा था। हत्या के आरोप में सजा काट रहा मुख्य आरोपी गणेश तिवारी जब पेरुल में कुछ दिनों के लिए जेल से बाहर आया तो उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जेल में बंद विचाराधीन तीनो निर्मलकर पुत्रो के पिता को जान से मारने की योजना बनाई थी और घटना दिनांक के दो दिन पूर्व से ही घटना को अंजाम देने के लिए साथियो से घर का मुआयना करने लगा। पुलिस को प्रार्थी बिसरुराम निर्मरकल की पत्नी ने बताया कि घटना के दिन सुबह दो युवक उनके पति के बारे में पूछताछ कर जानकारी लेने आये थे लेकिन प्रार्थी के घर मे नही होने की वजह से वापस लौट गए परंतु रात को जब दोबारा आये तो प्रार्थी को बात में उलझाए रखे और मौका पाकर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिए कर फरार हो गए।
मामले में पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले शेख अज़हर उर्फ अज्जू, रोशन मोरे उर्फ राणा ,गोपी कौशिक, आशुतोष रामटेके, सुमित सहगल, लक्ष्मी चौहान, विकास धीवर, प्रेम कुमार शुक्ला, विनोद श्रीवासी, रवि निषाद उर्फ चट्टे, आयुष महापात्रा सभी आरोपियों को पहचान कर एक साथ रात में आरोपियों को उनके घर से धरदबोचा लेकिन घटना में लिप्त सोनू उर्फ सलीम खान , गणेश यादव, एवं रवि यादव तीनो आरोपी अभी भी फरार है जिनकी तलाश जारी है। मामले में खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर ने क्राइम ब्रांच टीम की सराहना करते हुए कहा कि टीम को विशेष पुरूस्कार देने पुलिस महानिदेशक से प्रस्ताव भेजने की बात कही है। मामले को सुलझाने में क्राईम ब्रांच प्रभारी हेमंत आदित्य,अशोक मिश्रा, अशोक चौरसिया, धनेस साहू ,विनोद यादव,अनिल साहू, सरफ़राज़ खान,आशीष राठौर तरुण केशरवानी, विकाश यादव ,निशार परवेज़, लक्षमी कश्यप, मनोज बघेल ,बलबीर सिंह,विजय पांडे,अविनाश पांडे,बोधु कुम्हार, राहुल जगत,नवीन एक्का की सक्रिय एवं सराहनीय भूमिका रही है।