बिलासपुर। हाइवे पर लुटपाट और अपहरण की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ने में बिलासपुर क्राइम ब्रांच को सफलता मिली है आरोपियो से लूटी हुई कार, मोबाईल, नगदी सहिंता अन्य माल बरामद किया गया है। क्राईम ब्रांच की इस सफलता को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा खुलासे के दौरान सराहना किया गया।
ज्ञात हो कि विगत 5 महीने से राज्य के विभिन्न राज मार्गो एवं नेशनल हाइवे में एक आपराधिक गिरोह लगातार लूटपाट और अपहरण की घटनाओं को अंजाम दे रहा था जिसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही थी जिसपर पूर्व में पुलिस ने गिरोह के दो मुख्य आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की थी आरोपियो से खरीदी करने वाले 6 खरीदारों से 2 कार और 15 मोटरसाइकिल भी जब्त किया था परन्तू गिरोह के अन्य सदस्य पुलिस की पकड़ से बाहर लूटपाट और अपहरण की घटना को अंजाम दे रहे थे। बीती रात पुलिस को थाना चकरभाठा स्थित शेरे पंजाब ढाबे के आसपास महाराष्ट्र के नंबर वाली स्विफ्ट डिजायर कार में संदेही होने की सूचना मिली जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर संबंधित एवं आसपास के क्षेत्र में नाकाबंदी कर आरोपियो की तलाश कर रही थी। रायपुर मुख्य मार्ग में पुलिस को देख आरोपियो ने भागने का प्रयास किया गया जिसमें क्राइम ब्रांच के सरफराज खान और विकास यादव ने दिलेरी का परिचय देते हए आरोपियो की कार के सामने पुलिस की कार खड़ी कर घेर लिया गया और काफी जद्दोजहद के बाद आरोपियो को पकड़ने में कामयाबी पाई। जिनसे पूछताछ करने पर आरोपी आदित्य क्रिश्टोफर और नरेश सिंह चौहान उर्फ मोना ने जुर्म करना स्वीकार किया जिनके पास से स्विफ्ट कार, सोने के चैन का टुकड़ा, 87 हजार नगद, पांच मोबाईल, वाहनों के फर्जी नंबर प्लेट्स, 14 आर. सी. बुक एवं भारी मात्रा में नशीली कोरेक्स और नाइट्रा की दवाइंया बरामद हुई जिसे आरोपियो द्वारा लूटपाट के दौरान प्रार्थी को दवाइयों का खिला कर बेहोश एवं अचेतन जैसी स्थितियों में छोड़ कर भाग जाते थे। जबकि आरोपियो का एक साथी संजू गोस्वामी अभी भी पुलिस की पकड़ से फरार है। आरोपियो को पकड़ने में सीएसपी नसर सिद्दीकी, हेमंत आदित्य, अनिल साहू, विनोद यादव, वीरेंद्र साहू, निसार परवेज़ की मुख्य भूमिका रही।