कांग्रेस नेता और शिक्षाविद शैलेंष पांडेय से ताज़ाख़बर36गढ़ की सीधी बातचीत
सवाल: आप बिलासपुर में लगातार सक्रिय हैं, क्या आप बिलासपुर से दावेदारी कर रहे हैं?
जवाब: दावेदारी और सक्रियता में अंतर है। वर्तमान विधायक ने 20 सालों में बिलासपुर को एक पिछड़ा और गंदा शहर बना दिया है। बिलासपुर की जनता यहां के विधायक से त्रस्त हो चुकी है। मेरी सक्रियता पिछले 10 सालों से लगातार लोगों के बीच में जनहित को लेकर रही है। यदि पार्टी मुझे बिलासपुर से प्रत्याशी बनाती है तो मुझे बहुत खुशी होगी।
सवाल: नवंबर 2018 में विधानसभा चुनाव है, आप कहां से लड़ना चाह रहे हैं?
जवाब: कोटा विधानसभा में चुनाव जैसा कोई लड़ाई नहीं है। जो लड़ाई है, वह बिलासपुर में है। दोनों क्षेत्रों की अपनी-अपनी परिस्थितयां हैं। चाहे भौगोलिक हो या राजनीतिक। दोनों क्षेत्रों के लिए मैं पूरी तरह से ईमानदार हूं। पार्टी जहां से प्रयोग करना चाहे, कर सकती है, जहां से उचित समझें।
सवाल: वो (मंत्री) तो अरपा को टेम्स नदी की तर्ज पर विकसित करने की बात करते हैं। बिलासपुर को महानगर का रूप देने में लगे हुए हैं?
जवाब: क्या अरपा टेम्स बन पाई? बिलासपुर महानगर बनते-बनते खोदापुर बन गया। मंत्रीजी 14 साल में ऐसा कोई कार्य कर पाए, जिससे यहां की जनता को गर्व हो। उनकी सारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। यहां जनता के पैसों का दुरुपयोग हो रहा है। मैं हमेशा बिलासपुर की जनता के साथ हूं।
सवाल: युवा नशे की गिरफ्त में हैं। आप शिक्षाविद हैं, कांग्रेस की सरकार बनी तो क्या योजना है?
जवाब: प्रदेश में 24 लाख युवा बेरोजगार हैं। मंत्री युवाओं से शराब बेचवा रहे हैं। वैसे भी उनका पारिवारिक व्यवसाय गुड़ाखू है। ऐसे में वो युवाओं को नशे का संस्कार ही दे पाएंगे। हमारी सरकार आई तो बेईमानों को जेल में डालेंगे। छत्तीसगढ़ को नशे से मुक्त कराएंगे। युवा पीढ़ी को रोजगार व स्वरोजगार की दिशा में ले जाएंगे। इसके लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है।
सवाल: ऐसा माना जा रहा है कि आपकी नजर बिलासपुर के 35 हजार ब्राह्मण वोट पर है?
जवाब: बिलासपुर में ब्राह्मण वर्ग की बाहुल्यता है और ब्राह्मणों को प्रतिनिधित्व मिले 35 साल हो गए हैं। इसलिए ब्राह्मण वर्ग के लोग नाराज हैं। कांग्रेस में कई ऐसे ब्राह्मण हैं, जो दावेदार हैं। इस चुनाव में हमें सभी धर्मों, जातियों का समर्थन मिल रहा है और सभी को एक अच्छे पढ़े-लिखे प्रत्याशी की अपेक्षा है।
सवाल: सोशल मीडिया में क्यों को लेकर बवाल मचा हुआ है। आखिर ये क्यों क्या मामला है?
जवाब: जनता को अधिकार है कि वह भाजपा के मंत्री अमर अग्रवाल से यह पूछ सके कि क्यों चौथी बार भाजपा सरकार आए। ऐसा कोई कार्य बताए मंत्री, जिसके कारण चौथी बार सरकारी आनी चाहिए। इस पर भाजपा के नेता तिलमिला उठे और बौखलाकर बेकसूर पेंटरों को बंधक बनाया। थाने लेकर चले गए, क्योंकि क्यों का कोई जवाब नहीं है उनके पास। इसलिए उन्होंने क्यों के ऊपर काला पेंट करा दिया, ताकि जनता के मन में यह सवाल न आए। अब चुनाव में जनता उनके मुंह पर कालिख पोतेगी।
सवाल: मंत्रीजी की पदयात्रा पर कुछ बोलेंगे क्या?
जवाब: हां, मंत्रीजी को जनता ने चुनाव जिताकर विधायक बनाया और फिर वो मंत्री बने। एक जनप्रतिनिधि जनता का सेवक होता है, लेकिन वो गली-गली में अपनी आरती उतरवा रहे हैं और अपनी नाकामियों पर झूठ का पर्दा डाल रहे हैं। बिलासपुर में कहां विकास हुआ है। ये पब्लिक है, सब जानती है।
सवाल: पिछले 12 सालो से सक्रिय हैं और विश्वविद्यालय में रहकर कांग्रेस का काम कर रहे थे?
जवाब: लंबे समय से कोटा की सेवा कर रहा हूं। वहां के लोग अच्छे हैं। सीधे हैं। छोटी-छोटी समस्याएं हैं, बड़ी नहीं। मसलन, पेंशन, राशन, पानी, बिजली, किसानों की समस्याएं, अच्छे स्कूल का न होना, रोड आदि। इसे मैंने व्यक्तिगत रूप से समाधान करने का प्रयास किया है। पिछले सालभर से जब से कांग्रेस प्रवेश किया है, तब से खुलकर जनहित के मुद्दों को उठाने का और उसका समाधान कराने का हर संभव प्रयास कर रहा हूं।