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वाल पेंटिंग को लेकर 47 डिग्री में सियासी घमासान,निगम प्रशासन एवं शहर विधायक के खिलाफ कांग्रेस प्रवक्ता ने खोला मोर्चा

बिलासपुर। राज्य में विधानसभा चुनाव होने को अभी लगभग 7 महीने का समय शेष है लेकिन बिलासपुर का सियासी तापमान अभी से सर चढ़ कर बोल रहा है। जहाँ निगम प्रशासन ने कांग्रेसी नेताओं के विरुद्ध वाल पेंटिंग को लेकर एफआईआर की कार्रवाई आवेदन किये जाने से कांग्रेसियों ने निगम प्रशासन के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय नगर निगम पहुंच कर नगर विधायक एवं मंत्री अमर अग्रवाल की वाल पेंटिंग की दिये गए अनुमति की जानकारी के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम दायर कर दिया है जिसके बाद से मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से निगम क्षेत्र में आने वाली शहर की दीवारों पर चुनावी रंग में रंगा जा रहा है मंत्री अमर अग्रवाल से लेकर कांग्रेस नेताओ ने दीवारों पर जमकर प्रचार प्रसार करते दिखाई दे रहे हैं। जिसपर निगम प्रशासन ने भाजपा नेता को छोड़ कांग्रेस नेता तरु तिवारी और अरुण तिवारी को बिना अनुमति दीवारों में पोस्टर चस्पा और वाल पेंटिंग करने के लिए नोटिस जारी किया था लेकिन सिलसिला रुका नहीं जिसके बाद निगम प्रशासन ने उक्त दोनों नेताओं के खिलाफ एफआईआर करने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर तैयारी शुरू कर दी। इसकी जानकारी मीडिया में आते ही कांग्रेस नेताओं ने निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निगम दफ्तर खुलने के चंद मिनटों बाद ही कांग्रेस नेता एवं प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय नगर निगम पहुंचते ही उन्होंने निगम में सूचना के अधिकार का आवेदन जमा करते हुए मंत्री अमर अग्रवाल द्वारा शहर में जगह जगह कराए गए वाल पेंटिंग, फ्लेक्स ओर होर्डिंग की अनुमति की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही आवेदन देकर चुनावी वर्ष में निगम क्षेत्र में वाल पेंटिंग कराने की अनुमति मांगी है। बहरहाल कांग्रेस नेता शैलेश के आरटीआई की जानकारी और वाल पेंटिंग की अनुमति कब मिलेगी यह तो नहीं पता लेकिन कांग्रेस नेता के उक्त दो आवेदन के बाद बिलासपुर में सियासी समीकरण जरूर बिगड़ेगा। शैलेश ने एकबार फिर वाल पेंटिंग और फ्लेक्स के आड़ में मंत्री को घेरने की कोशिश किया है।

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