SBI के इस फाॅर्मूले को लागू करती है सरकार तो सस्ते हो जाएंगे पेट्रोल-डीजल के दाम
ताज़ख़बर36गढ़ :-
बता दें कि एसबीआर्इ ने अपनी एक रिपोर्ट में डीजल और पेट्रोल की कीमतों को कम करने और आम जनता को राहत देने के लिए एक नए प्राइसिंग मकैनिज्म पर विचार करने का सुझाव दिया है. इस फाॅर्मूले के अनुसार अगर राज्य सरकार बेस प्राइस पर वैट लगायेगा, तो पेट्रोल की कीमत लगभग 5.75 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो सकता है. वहीं इसी तरह अगर डीजल के बेस प्राइस पर वैट लगाया जाता है, तो डीजल प्रति लीटर 3.75 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है.
गौरतलब है कि वर्तमान में पेट्रोल-डीजल पर वैट, उस कीमत पर लगता है, जिसमें केंद्र सरकार का टैक्स भी शामिल होता है. वहीं एसबीआर्इ ने पेट्रोल-डीडल के बेस प्राइस पर वैट लगाने का सुझाव दिया है. जिससे पेट्रोल की कीमत लगभग 5.75, तो वहीं डीजल प्रति लीटर 3.75 रुपये तक सस्ता हो सकता है.
लेकिन एक तरफ जहां इस फाॅर्मूले से आम आदमी को राहत मिलेगी, वहीं इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार को 34, 000 करोड़ का राजस्व का नुकसान उठाना पड़ सकता है. बता दें, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र सरकार से डीजल और पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज में कटौती करने की मांग हो रही है.
वहीं मौजूदा समय में केंद्र सरकार पेट्रोल पर प्रति लीटर 19.18 रुपए और डीजल पर प्रति लीटर 15.33 रुपए फिक्स एक्साइज ड्यूटी वसूलती है. इसके साथ राज्य पेट्रोल और डीजल की खपत पर एड वॉलोरेम टैक्स लगाते हैं. बता दें, गोवा पेट्रोल पर सबसे कम 16.62 फीसदी यह टैक्स लगाता है जबकि महाराष्ट्र पेट्रोल पर सबसे अधिक 39.27 फीसदी यह टैक्स लगाता है. अखिल भारतीय स्तर पर इस टैक्स का औसत 26.34 फीसदी है.