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अरपा बचाव यात्रा का तीसरा दिन , मंत्री अमर पर जमकर बरसे कांग्रेसी!…मंत्री जवाब दे 50 हज़ार परिवार का जमीन आखिर कब तक रहेगी बंधक….. शैलेश

अरपा बचाव यात्रा का तीसरा दिन , मंत्री अमर पर जमकर बरसे कांग्रेसी!… मंत्री जवाब दे 50 हज़ार परिवार का जमीन आखिर कब तक रहेगी बंधक….. शैलेश

बिलासपुर। ताज़ाख़बर36गढ़:- अरपा बचाव पदयात्रा के तीसरे दिन संगठित कांग्रेसियों ने मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जिससे बिलासपुर की राजनीति का माहौल काफी गहमा-गहमी में तब्दील होते नज़र आ रहा है।आज पदयात्रा के दौरान प्रेसवार्ता कर कांग्रेसियो ने शहर की जीवन दायनी अरपा नदी की स्तिथी के लिए मंत्री अमर को दोषी ठहराते हुए सवालो की बौछार कर डाली यही नही अमर अग्रवाल जवाब दो, हिसाब दो के नारेबाज़ी के साथ कांग्रेसियो ने ताकत दिखाई।

ज्ञात हो कि कांग्रेस की 9 जून से शुरू हुई अरपा बचाव पदयात्रा का आज तीसरा दिन था जिसमे प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडेय एवं अभय नारायण राय द्वारा पत्रवार्ता करते हुए बताया कि जिला कांग्रेस कमेटी के समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओ ने लगातार 5 दिनों तक अरपा नदी के एक कोने से लेकर दूसरे कोने तक पग-पग चलने का संकल्प लिया है । उन्होंने कहा हम सभी ने अरपा को बेहद करीब से देखा और यहां तटीय क्षेत्रों में रहने वाले हजारों परिवारों के लोगों से मुलाकात की है जहाँ बिलासपुर जिले की अंतःसलिला अरपा नदी बिलासपुर की जीवन दायिनी है । आज भी लोगों का जीवन अरपा नदी के पानी पर निर्भर है, इसके बिना बिलासपुर के लोगों के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए 5 दिवसीय अरपा बचाओ पदयात्रा की शुरुआत शनिवार 9 जून से की गई है जो 13 जून तक चलेगी । जिसमें कांग्रेस के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनमानस ने इसमें शामिल होकर अरपा को वापस कल-कल बहने वाली अरपा बनाने का संकल्प लिया है। साथ ही नदी के दोनों तटीय किनारो पर रहने वाले लगभग 50 हजार परिवार को न्याय दिलाने के लिए भी संकल्प लिया गया है ।

अभय नारायण रॉय ने बताया कि इस पदयात्रा की शुरुआत मस्तूरी क्षेत्र के दोमुहानी के बुटापारा के मनकादाई मंदिर से शुरू की गई। जिसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कांग्रेस चुनाव प्रभारी चरणदास महंत सहित जिले के सभी कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अंचल के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए । पहले दिन की यात्रा दोमुहानी से शुरू हुई जिसे तोरवा में विश्राम दिया गया । इसके बाद दूसरे दिन रविवार को पदयात्रा ने तोरवा से नारियल कोठी, कतियापारा, मधुबन होते हुए पचरी घाट में अरपा मां की महाआरती के बाद विश्राम लिया। डॉ.चंदन ने बताया कि इस पदयात्रा में शहर के लोगों का स्वस्फूर्त जुड़ाव है, बड़ी संख्या में युवा और नागरिक इसमें शामिल हो रहे हैं । इसके साथ हमें प्रकृति संरक्षक और नदी के जानकारी लोगों को सहयोग भी मिल रहा है । उन्होंने कहा कि अरपा बचाव पदयात्रा के तीसरे दिन यात्रा पचरीघाट से बिलासादाई चौक पहुंची यहां बिलासा दाई की आरती के बाद षनिचरी बाजार, रिवर व्यू, प्रताप चौक, कुदुदंड होते हुए बेलतरा विधानसभा में प्रवेश करते हुए मंगला बस्ती के धुरी पारा में विश्राम की । प्रदेश प्रवक्ता अभय ने मंत्री से पूछा कि पहले केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब मंत्री केंद्र सरकार का बहाना बनाते रहे, फिर निगम में कांग्रेस की महापौर होने पर बहाना बनाते थे, अब तो केंद्र से लेकर नगर निगम तक भाजपा के ही सरकार है, तो अब क्यों अरपा का विकास नहीं हो पा रहा है।

शैलेश ने अब तक यात्रा का अनुभव साझा करते हुए कहा कि इन 3 दिनों तक हमने अरपा के किनारे चलते हुए हर क्षेत्र को देखा समझा और लोगों की समस्याएं भी सुनी है। यह देष की पहली नदी है जो शासन की लापरवाही से सूख गई है । ये पूरे प्रदेश के लिए शर्म की बात है और प्रदेश सरकार और यहां के मंत्री के असंवेदना को प्रमाणित करती है । शैलेश ने कहा कि सही मायने में अरपा का इस दुर्गति तक लाने के पीछे भाजपा सरकार और स्थानीय मंत्री दोषी हैं । जिन्होंने बिलासपुर शहर की भोली भाली जनता को टेम्स नदी के सपने दिखाए और करोड़ों रुपए खर्च करने का झूठा आश्वासन भी दिया । आप विकास प्राधिकरण के नाम पर करोड रुपए का प्रोजेक्ट भी तैयार किया गया जो आज तक धरातल से कोसों दूर है । इसके नाम पर करोड़ों रुपए कागज में ही खर्च हो गए और अब तक उसकी 1 इट भी नहीं रखी गई है । शैलेश ने बताया कि यात्रा में अरपा तट के दोनों किनारों में रहने वाले लोगों का दर्द सभी ने सुना है और उनकी समस्याएं तो चिंतनीय हैं वह अपना पूरा जीवन अस्थिरता से जीने को मजबूर हैं, लेकिन भाजपा सरकार और यहां के मंत्री पूरे इलाके में कब्जा करने की मानसिकता से इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं । इस रवैए से परेशान होकर बिलासपुर की जनता ने अनेक मंच और समितियों के बैनर के नीचे आकर आंदोलन किया है, और अरपा बचाओ के लिए जागरूकता भी लाने की कोशिश की लेकिन प्रशासन और शासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है । लेकिन आज बीते 3 दिनों से हमने जो देखा है वह बहुत ही दयनीय स्थिति है दोनों किनारों में 50 हजार से अधिक परिवार रह रहे हैं जिनका जीवन अब कठिन है ना तो वह ठीक से निवास कर पा रहे हैं और ना ही कोई इच्छा शक्ति से काम कर पा रहे हैं। सरकार ने मनमाने तरीके से लगभग सभी क्षेत्रों में जमीनों की बिक्री पर रोक लगा दी है ऐसे में पूरे क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त है ।
इस दौरान कांग्रेस भवन में जिला शहर प्रवक्ता ऋपि पाण्डेय, जिला ग्रामीण प्रवक्ता अनिल चौहान, पार्षद दल प्रवक्ता, शैलश जायसवाल समेत कई कांग्रेसी उपस्थित रहे ।

अरपा प्राधिकरण का औचित्य क्या? शैलेश ने मांगा मंत्री से जवाब

अरपा प्राधिकरण की स्थापना पर प्रवक्ता शैलश पांडेय ने मंत्री अमर अग्रवाल से सवाल किया कि अरपा प्राधिकरण की स्थापना आखिर किस लिए की गई है। जबकि मंत्री जी 15 सालो से मंत्री और 4 बार से विधायक रहते हुए मंत्री जी ने अरपा को बचाने क्या किया। 23 सौ करोड़ के इस परियोजना के लिए प्राधिकरण में तीन बार टेंडर लग चूका है, लेकिन एक भी इन्वेस्टर्स ने रूचि नहीं दिखाई, ना ही इतने सालों में प्राधिकरण में विधिवत अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकी है। मंत्री जी को इसका जवाब देना होगा। इसी तरह से प्राधिकरण में कब तक जमीन और मकान कब तक प्रतिबंधित रहेगा? 15 साल के शासन के बाद अब तक अरपा में टेम्स नदी क्यों नहीं बना सकी सरकार ने एनीकट का निर्माण क्यों नहीं किया और पिछले शासन के कार्यों को क्यों नहीं बढ़ाया गया? अरपा में 12 महिने तक पानी क्यों नहीं रहता? इन सवालों का जवाब मंत्री को देना होगा, शहर की जनता मंत्री से जवाब मांग रही है, हिसाब मांग रही है।

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