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देश

नहीं रहे अटल….

(ताज़ाख़बर36गढ़) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की उम्र में दिल्ली के  AIIMS अस्पताल में निधन हो गया. अटल बिहारी वाजपेयी काफी लंबे समय से गंभीर बीमारियों से गुजर रहे थे. वह 11 जून से AIIMS में लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर थे. उन्होंने गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली। वाजपेयी डिमेंशिया रोग के शिकार थे. अटल बिहारी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से 25 दिसम्बर 2014 को सम्मानित किया जा चुका है.

भाजपा के संस्थापकों में शामिल अटल बिहारी वाजपेयी 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे. वे सबसे पहले 1996 में 13 दिन तक प्रधानमंत्री रहे. दूसरी बार वह  1998  से  1999 तक प्रधानमंत्री रहे. तीसरी बार वह 1999 से 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. दो बार अपना कार्यकाल पूरा न करने के बाद तीसरी बार उन्होंने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया. बता दें कि वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे थे जिन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा किया.  अटल बिहारी देश के उन चुनिन्दा राजनेताओं में से एक थे. जिन्हें दूरदर्शी माना जाता था.

बता दें कि वाजपेयी करीब 15 साल पहले राजनीति से संन्यास ले चुके थे. अटल बिहारी वाजपेयी ने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर भाजपा की स्थापना की थी और पार्टी को राजनैतिक शिखर तक पहुंचाया था. भारतीय राजनीति में अटल-आडवाणी की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई थी. अटल-आडवाणी की जोड़ी राम – लक्ष्मण की जोड़ी के नाम से प्रसिद्ध थी. अटल बिहारी का राजनैतिक सफर काफी साफ़ -सुथरा रहा.

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