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स्वास्थ्य अधिकारी और नर्सिंग होम संचालकों की मंथन में बैठक, डेंगू पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज का तुंरत करें इलाज- कलेक्टर

बिलासपुर(ताज़ाख़बर36गढ़) कलेक्टर  पी दयानंद ने आज डेंगू की रोकथाम और सावधानी के लिये स्वास्थ्य अधिकारियों और निजी नर्सिंग होम संचालकों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने सभी नर्सिंग होम संचालकों को निर्देश दिये कि डेंगू की जांच हेतु लिये गये सैंपल को जिला अस्पताल भी भेजें। जिससे गलती की कोई गुंजाईश न रहे।डेंगू के पीड़ित मरीजों को भुगतान हेतु अनावश्यक परेशान ना किया जाए। जैसे ही पता चले कि किसी मरीज को डेंगू है उसका सबसे पहले इलाज शुरु करें। मरीज से इलाज के पैसों के लिये यदि इलाज में लापरवाही बरती गई तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने सभी नर्सिंग होम संचालकों को प्रतिदिन डेंगू से संबंधित रिपोर्ट जिला अस्पताल को भेजने के निर्देश दिये। डेंगू से बचाव हेतु जागरूकता के लिये सभी अस्पताल संचालकों को अपने अस्पताल के बाहर बैनर और होर्डिंग्स लगाने के निर्देश दिये।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री बी बी बोर्डे ने बताया कि डेंगू की जांच के लिये एलिजा किट जिला अस्पताल में उपलब्ध है। जांच रिपोर्ट 6 घंटे के अंदर मरीज को मिल जाती है। इसके अलावा सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू के इलाज की निशुल्क व्यवस्था है।

श्री दयानंद ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि घरों के आसपास, अंदर, गार्डन में, कूलर में पानी जमा ना होने दें। जमा होने वाले पानी को प्रतिदिन साफ करें। डेंगू के मच्छर पानी के स्त्रोतों में जैसे नालियों, गड्ढों, पुराने टायर और ऐसे ही अन्य वस्तुओं में जहां पानी ठहरता हो वहां पैदा होते हैं। यदि संभव हो तो खिड़कियों व दरवाजों पर जाली लगाकर मच्छरों को घर में आने से रोकें। अपने घर के आसपास जंगली घास और झाड़ियां ना होने दें। एडिस मच्छर दिन में ही काटता है इसलिये इसकी बचाव हेतु आवश्यक सावधानियां बरतें। बैठक में निगम कमिश्नर श्री सौमिल रंजन चौबे सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं निजी नर्सिंग होम संचालक उपस्थित रहे।

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