(ताज़ाख़बर36गढ़) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के मामले में पुणे पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। खबर है कि पुणे पुलिस ने पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचने के मामले में पांच बड़ी गिरफ्तारियां की हैं। इनमें प्रोफेसर, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, हत्या की साजिश के मामले में हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली में छापेमारी की गई। पुलिस ने हैदराबाद से पत्रकार गौतम नवलखा को गिरफ्तार किया है, जो कि बिजनेस न्यूपेपर से जुड़े थे। इसके अलावा माओवादी समर्थक वरवरा राव को गिरफ्तार किया गया है। ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट सुधा भारद्वाज को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा मुंबई से वरनन गोंजालविस को भी गिरफ्तार किया गया। माओवादी समर्थक अरुण फरेरा को भी उनके घर पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह मामला पहली बार उस वक्त सामने आया था जब पुणे पुलिस ने भीमा कोरे गांव हिंसा मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान पुणे पुलिस ने 5 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन पर प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से संबंध रखने का आरोप है। पुलिस को आरोपियों में से एक के घर से चिट्ठी मिली है, जिसमें इस बात का जिक्र है कि माओवादी ‘एक और राजीव गांधी हत्याकांड’ की योजना बना रहे हैं।
बरामद चिट्ठी में लिखा, ‘पीएम मोदी का पूरे देश में बढ़ता दायरा हमारी पार्टी के लिए बड़ा खतरा है। मोदी लहर का फायदा उठाते हुए बीजेपी देश के 15 से ज्यादा राज्यों में सरकार बनाने में सफल रही है। ऐसे में पीएम मोदी के खात्मे के लिए सख्त कदम उठाने ही होंगे। हम सोच रहे हैं कि राजीव गांधी हत्याकांड की तरह इसे भी अंजाम दिया जाए ताकि देखने में यह आत्महत्या या दुर्घटना जैसा लगे। एक और राजीव गांधी हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पीएम के रोड शो को टारगेट किया जा सकता है।’
दिल्ली में रोना विल्सन के घर से मिली चिट्ठी में एम-4 राइफल और गोलियां खरीदने के लिये आठ करोड़ रुपए की जरूरत की बात भी लिखी मिली। पुलिस ने दिसंबर में एलगार परिषद और इसके बाद जिले में भीमा-कोरेगांव हिंसा से संबंधित दलित कार्यकर्ता सुधीर धावले, वकील सुरेंद्र गाडलिंग, कार्यकर्ता महेश राउत, शोमा सेन और रोना विलसन को मुंबई, नागपुर एवं दिल्ली से गिरफ्तार किया था।