राजनांदगांव/ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे को रविवार को बड़ा झटका लगा। डोंगरगांव की एक प्रमुख नेत्री ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ क्षेत्र के करीब 5 हजार कार्यकर्ताओं ने जोगी कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। प्रदेश पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष व डोंगरगांव जनपद सभापति जमुनाबाई साहू का कहना है कि एक समय पार्टी को कार्यकर्ताओं की पार्टी बताई गई थी, पर विधानसभा चुनाव के संबंध में जिस तरह स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, उससे दुखी होकर पार्टी छोड़ रही हैं। अब काम करने वालों की नहीं, बल्कि कान भरने वाली की पार्टी बन गई है और वैसे भी किसी भी यात्रा की शुरुआत भी होती है और अंत भी होती है। पार्टी में सदस्यों को सम्मान नहीं मिल रहा है। बहुजन समाज पार्टी की तरफ से प्रत्याशी उतारने की वजह से भी पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है। कयास लगाए जा रहे है कि ये कांग्रेस या फिर आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते है।
जमुना बाई साहू ने बताया कि उन्होंने करीब 5 हजार कार्यकर्ताओं व विधानसभा क्षेत्र के गांवों में निर्मित 80 से अधिक महिला समूहों को पार्टी के साथ जोड़ा था। अब ये भी उनके साथ पार्टी को छोड़ गए हैं। डोंगरगांव जनपद की सभापति जमुना बाई साहू के साथ पार्टी छोड़ने वाले में गंगा नेता, हेम्बाई यादव, दानबाई पिंकी केवन्त, निर्मला केवंत, तामेश्वरी बाई रेणुका बाई, सरोजबाई, नीमो बाई बसंती बाई, माथा बाई सुमित्रा बाई गंगा बाई, निहारु यादव, हंसराज गोड, ममता कोर्मी, भुनेश्वरी मंडावी, गंगा नेताम, रामकुमार मंडावी, गीता मंथरा रेखा मंडावी, लता जांगड़े, मीराबाई यादव, रूखमणी सोनी, झनक यादव होमिन यादव, ठाकुर सिंह मुकेश रात्रे, भावना कुमारी, रमला सकून नेताम, रूप सिंह पुनीत रूपेश संजय मंडावी, नीरज वैष्णव पूनम केवट, दसोदा बाई, लाजवंती बाई, पूनम केवन्त, अंगतलाल, दान बाई मुकेश, रोहित केवन्त पार्वती केवन्त, खेलुराम ईश्वरी निषाद, शिव प्रसाद निषाद, मागदेह निषाद, ममता, लक्ष्मी, ललिता सोनकर, मीता देवांगन लक्ष्मी देवांगन, कांति साहू चंद्रकांता वैष्णो, हेमकुवर, चंदाबाई जांगड़े आदि शामिल हैं।