रायपुर/ आरक्षक ने सांई मोटर्स के संचालक संजय अग्रवाल को उनके आफिस में घुसकर दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया। गंभीर रूप से घायल अग्रवाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। विवाद की वजह पैसे के लेनदेन को बताया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर के पचपेड़ी नाके स्थित अपने सांई मोटर्स के आफिस में संजय अग्रवाल बैठे हुए थे। मंगलवार दोपहर एक व्यक्ति अपनी बाइक से आया। उसने कुछ देर संजय से बात भी की। इसके बाद उसने अपने पास रखी रायफल से फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली अग्रवाल के कंधे और एक गोली हाथ में लगी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर टिकरापारा और राजेन्द्र नगर की पुलिस पहुंची। साथ ही एसएसपी और आईजी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफतार कर लिया है, जिसकी पहचान आरक्षक मुकेश सेन के रूप में हुई है।
पैसे नहीं देने का लिया बदला
आरक्षक मुकेश सेन सिविल लाइन थाने में नाई के पद पर पदस्थ था। करीब एक माह पहले मुकेश ने शेवरले कैप्टिवा कार सेकेंड हैंड खरीदी थी, जिसकी कीमत 3 लाख 70 हजार थी, जिसमें से 3 लाख मुकेश ने संजय को दे दिए थे और 70 हजार रुपए बाकी थे। संजय अग्रवाल ने रुपए लेने के बाद कहा कि गाड़ी में थोड़ी दिक्कत है। बाद में ले जाना गाड़ी, मुकेश रुपए देकर वहां से चला गया।
एक माह से अग्रवाल मुकेश को न तो गाड़ी दे रहा था और न ही तीन लाख वापस कर रहा था। मुकेश बार-बार रुपए वापस करने की बात करता रहा, पर एक माह से संजय उसे आज देता हूं, शाम को आ जाना कहकर घुमाता रहा। मंगलवार सुबह ही मुकेश ने संजय से रुपए वापस करने की बात फोन से कही, तो संजय ने कहा कि मैं तो अभी ऑफिस में नहीं हूं, घर पर हूं। मुकेश ने फोन पर बात होने के बाद संजय के आफिस पचपेड़ी नाका साई मोटर्स में जाकर देखा तो संजय वहीं पर बैठा हुआ था। आरक्षक मुकेश को संजय को आफिस में ही बैठा देखकर गुस्से में आ गया और अपने पास रखी रायफल से दो फायर कर किया।
लहुलुहान हालत में किया गया था हास्पिटल में भर्ती… मौत
घटना की सूचना मिलते ही लहुलुहान हालात में संजय को रामकृष्ण हास्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौके पर एसएसपी आरिफ शेख, एडिशनल, सीएसपी अभिषेक महेश्वरी, पुरानी बस्ती सीएसपी कृष्णा पटेल समेत पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे।