सुरजपुर। जिनके भरोसे आम जनता अपराध कर रहे अपराधियों को पकड़वाने की गुहार लगाते है, यदि वही अपराध करने लग जाए, तो लोग कहा जाएंगे. दरअसल सुरजपुर जिले में जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी की गई थी. जिसमें नौकरी लगाने के नाम पर हितग्राहियों से रिश्वत लिया गया, जिले के अपर कलेक्टर एमएल धृतलहरे ने ली थी. अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल यह पूरा मामला 2016 का है. सूरजपुर जिले के तात्कालिक अपर कलेक्टर एम एल घृतलहरे ने नौकरी लगाने के नाम पर कई ग्रामीण हितग्राहियों से लाखों रुपए की उगाही की थी और नौकरी न लगा पाने के बाद जब ग्रामीण अभ्यर्थियों के द्वारा रिश्वत की रकम वापस मांगी गई, तो उन्होंने रकम वापस नहीं की, रकम के एवज में चेक जारी भी कर दिया था. जिसकी शिकायत अभ्यर्थियों के द्वारा जिले के कलेक्टर, मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक समेत विभिन्न मंचों और संस्थाओं से की थी.
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर सूरजपुर के निर्देश पर पुलिस टीम ने तत्कालीन अपर कलेक्टर एमएल घृतलहरे के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया था, लेकिन इस मामले में उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी. सेवानिवृत्ति के बाद रायपुर में निवास कर रहे अपर कलेक्टर के घर पर छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें न्यायालय में पेश किया गया. जहाँ न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया गया है.