बिलासपुर। व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा पर पहले तो अपहरण कर दो घंटे तक पिटाई की। सरकंडा पुलिस ने रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ साधारण धारा में अपराध दर्ज किया। अब उस रिपोर्ट को वापस लेने के लिए आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
जोरापारा सरकंडा निवासी सत्येंद्र सिंह उर्फ सोमू पिता उदल सिंह ठाकुर ने यह आरोप बंधवापारा सरकंडा निवासी दिव्यराज सिंह पिता अमर सिंह ठाकुर पर लगाया है। सोमू बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करता है। वह बुधवार दोपहर एसपी कार्यालय पहुंचा था। उसने एसपी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उसने बताया है कि दिव्यराज सिंह ने साइड में करने के विवाद पर 24 मई की शाम मारपीट की थी, जिसकी रिपोर्ट सरकंडा थाने में की थी, जहां दिव्यराज के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज है। सोमू के अनुसार 29 मई यानी कि बुधवार सुबह करीब 11:10 बजे वह अपने साइट में काम देखकर लौट रहा था। रास्ते में उसे दो युवकों ने रोका और कहा कि वह दिव्यराज से दूर रहे और उसके खिलाफ जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, उसे वापस ले ले। ऐसा नहीं करने पर दोनों लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी तक दे डाली। तब से वह और उसका परिवार भयभीत है। उसका आरोप है कि दिव्यराज अपराधी किस्म का व्यक्ति है और कभी भी वह किसी गंभीर घटना को अंजाम दे सकता है। इसलिए उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर में और भी धाराएं बढ़ाई जाएं।
जानिए 24 मई को क्या हुआ था…
मटेरिलय सप्लायर सत्येंद्र सिंह उर्फ सोमू के अनुसार 24 मई की शाम करीब 4 बजे वह अशोक नगर बिरकोना रोड स्थित अपनी साइट पर काम देखने गया था। अशोक नगर शराबभट्ठी के आगे उसकी गाड़ी के सामने दिव्यराज ने अपनी कार को रोक दिया। चूंकि दिव्यराज उसका परिचित था। इसलिए उसने भी अपनी गाड़ी रोक दी। फिर दिव्यराज कार से उतरा और सीधे उसके पास पहुंचा। उसे अपनी कार में बिठाने के बाद गंदी-गंदी गालियां देने लगा। दिव्यराज पर आरोप है कि उसने अपने एरिया में काम करने और सामग्री गिराने की खिलाफत करते हुए कार में ही सामू के साथ चलती कार में मारपीट की। उसे वह दो घंटे तक घुमाता रहा। फिर खमतराई स्थित अपनी डेयरी ले गया, जहां लाठी, हाथ और मुक्कों से उसकी जमकर पिटाई की। उसने धमकी दी कि उसके एरिया में काम किया तो उसे गाड़ी से कुचलवा देगा। किसी तरह से जान बचाकर वह वहां भागा और 25 मई को सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने उसके खिलाफ मामूली धाराएं लगाई हैं, जबकि पुलिस ने ही मुलाहिजा के दौरान उसे सिम्स में भर्ती कराया था, जहां वह तीन दिनों तक भर्ती रहा। उसने 27 मई को आरोपी दिव्यराज के खिलाफ जान से मारने का प्रयास करने और अपहरण की धारा जोड़ने के लिए एसपी को ज्ञापन सौंपा था।