बिलासपुर: गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा छात्र गणेश कुमार कोशले, कोसमंदा (चांपा) के पीएचडी में प्रवेश संबंधी प्रकरण पर पुनर्विचार करने हेतु 3 जून को विभागीय शोध समिति की बैठक किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसकी जानकारी छात्र के ईमेल आईडी एवं उनके मोबाईल पर एसएमएस के माध्यम से दे दी गई है। विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलसचिव ने कलेक्टर बिलासपुर को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए उपरोक्त जानकारी दी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि छात्र गणेश कुमार कोशले ने इतिहास विषय में सत्र 2018-19 में पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु परीक्षा दी थी। उक्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद वे विभाग द्वारा आयोजित विभागीय शोध समिति के समक्ष साक्षात्कार एवं प्रस्ताव प्रदर्शन हेतु 26 अप्रैल 2019 को उपस्थित हुए। विभागीय शोध समिति के समक्ष विषय के ज्ञान एवं शोध आंकलन के अभाव में विभागीय शोध समिति द्वारा छात्र को योग्य नहीं पाया गया था। अतः विभागीय शोध समिति ने छात्र को ‘‘योग्य नहीं पाया गया’’ मानते हुए स्थान को रिक्त रखा था। इस निर्णय के विरूद्ध छात्र गणेश कुमार कोशले ने विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष प्रवेश दिलाये जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था। इस संदर्भ विभाग द्वारा विस्तृत रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को दी गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रकरण को छात्रहित में मानते हुए विश्वविद्यालय के विद्या परिषद की स्थाई समिति की बैठक में 29 मई को प्रस्तुत किया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्र के प्रकरण को पुनः विभागीय शोध समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाये एवं यदि छात्र शोध प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण है तथा शोध उपाधि हेतु न्यूनतम शैक्षिक अर्हता रखता है तो छात्र के शोध पंजीयन के प्रकरण पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित शोध विनियम के अंतर्गत पुनर्विचार करते हुए छात्र के शोध उपाधि में प्रवेश हेतु समुचित निर्णय लिया जाये।