अगर आप कम निवेश में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो मोदी सरकार की इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं। दरहसल, केंद्र सरकार ने देश भर में साल 2020 तक देश में 2500 और जनऔषधि केंद्रों के विस्तार की योजना बनाई है। इस स्कीम के तहत सरकार क्वॉलिटी जेनेरिक दवाओं को कम दाम में मुहैया कराती है। ऐसे में आप भी अपने शहर या कस्बे में ही रहकर लगभग 30 हजार रुपए महीना कमा सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कैसे आप जन औषधि केंद्र खोल सकते हैं।
ऐसे करें आवेदन-
https://janaushadhi.gov.in/ पर जाकर फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। आवेदन को ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया (BPPI) के जनरल मैनेजर (A&F) के नाम से भेजना होगा। ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया का एड्रेस जन औषधि की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। जन औषधि केंद्र के लिए ऑनलाइन आवेदन https://janaushadhi.gov.in/ पर किया जा सकता है।
योजना का कौन उठा सकता है लाभ-
-पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर, रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टोर खोल सकेगा।
-दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट हॉस्पिटल, सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को स्टोर खोलने का मौका मिलेगा।
-तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों द्वारा नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी।
-दुकान खोलने के लिए 120 वर्गफुट एरिया में दुकान होनी जरूरी है।
ऐसे होगी आपकी इनकम-
-जनऔषधि केंद्र से दवा बेचने पर मिलने वाले को 20% मार्जिन के अलावा हर महीने की बिक्री पर अलग से 15 फीसदी इंसेंटिव मिलेगा।
-इंसेंटिव की अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये प्रति माह होगी।
-इंसेंटिव तब तक मिलेगा, जब तक कि बिक्री 2.50 लाख रुपये पूरे न हो जाएं।
-जन औषधि केंद्र के जरिए महीने में जितनी दवाओं की बिक्री होगी, उसका 20 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा।
-ट्रेड मार्जिन के अलावा सरकार मंथली सेल्स पर 15 फीसदी इंसेंटिव देगी, जो आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा।
-अगर आप एक महीने में 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करते है तो उसे मंथली 25 से 30 हजार रुपए तक इनकम होगी।