रायपुर। बेमेतरा की कलेक्टर शिखा राजपूत के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक और जांच बिठा दी है। कमिश्नर हेल्थ भुवनेश यादव को इसकी जांच अधिकारी बनाया गया है। सिकरेट्री हेल्थ निहारिका बारिक ने जांच का आदेश जारी करते हुए भुवनेश यादव से एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
शिखा के खिलाफ शंकर नगर रायपुर के विनोद दुबे ने स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत की थी कि शिखा ने हेल्थ डायरेक्टर रहते बड़ा गड़बड़ किया है। उन्होंने 2019-20 में हेल्थ उपकरणों को खरीदने के लिए मेडिकल कारपोरेशन को डिमांड भेजा था। मगर बेमेतरा कलेक्टर बनने के बाद रिलीविंग के दिन 16 जुलाई को कुछ कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए डिमांड लेटर में परिवर्तन करते हुए 40 करोड़ का दूसरा प्रस्ताव मेडिकल कारपोरेशन को भेज दिया। इससे सीधे तौर पर कंपनियों को फायदा पहुंचता।
निहारिका बारिक ने इस शिकायती पत्र का हवाला देते हुए लिखा है कि सामान्य प्रशासन विभाग के लेटर से पता चलता है, शिखा राजपूत 16 को नहीं बल्कि 15 जुलाई को अपरान्ह कलेक्टर के लिए रिलीव हो गई थी। जबकि, डिमांड उन्होंने एक दिन बाद 16 जुलाई को भेजा।
हेल्थ सिकरेट्री ने भुवनेश यादव से कहा है एक सप्ताह के भीतर पूरे प्रकरण की जांच कर स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करावें।