केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जनता की इच्छा के बगैर बाक्साईड उत्खनन का नया काम संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि के जशपुर जिले में सरकार ने भले ही बाक्साईड उत्खनन के लिए एजेंसी नियुक्त कर दी हैं लेकिन जनता की इच्छा के बगैर यह काम कभी भी शुरू नहीं हो पाऐगा।
उन्होंने जशपुर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में बाक्साईड उत्खनन से यहां की हरियाली पर विपरित प्रभाव पड़ेगा। यहां के जंगलों पर सैकड़ों परिवार की आजीविका निर्भर करती है। इस वजह केन्द्र सरकार कभी भी पर्यावरण की सुरक्षा की अनदेखी नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा केन्द्र सरकार की पहली जिम्मेदारी है। पर्यावरण की समस्या से देश में जगह जगह पानी का संकट को ध्यान में रख कर ही सरकार ने अलग जलशक्ति मंत्रालय का भी गठन किया है। छत्तीसगढ़ में हरियाली नष्ट होने वाले कार्यो को हरी झंडी नहीं दी जाऐगी।
सिंह ने कहा कि उन्हे जनजातिय मंत्रालय का काफी चुनौती भरा काम मिला है। इस बार देश में 47 सुरक्षित सीटों में 31 पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पर विश्वास जताया है। इसके अतिरिक्त 6 अन्य सीटों पर भी भाजपा के लिए जनजातिय वर्ग से सांसदों को चुना है। इस वजह जनजातिय वर्ग की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। इसके लिए 100 दिन के भीतर कुछ कर दिखाने की योजना बना कर कार्य शुरू कर दिया है। जनजातिय वर्ग की प्राचीन संस्कृति का गौरवशाली इतिहास को ध्यान में रख कर देश में उनके रोजगार को बढ़ावा देने की ठोस पहल की जा रही है।