रायपुर . राजधानी से सटे मंदिर हसौद के नवागांव के निर्माणाधीन मकान में सोमवार को महिला ने ढाई साल की बच्ची का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसका शव सैप्टिक टैंक के गड्ढे में फेंक दिया। थोड़ी देर बाद शव निकाला और वहीं पास में रखे रेत के ढेर में दफना दिया। बच्ची की पांच साल की बहन वहीं बंधी रोती बिलखती रही। इस बीच बच्चियों की तलाश करते हुए उनके परिजन पहुंच गए। उन्होंने बच्ची को छुड़ाया। उसके बाद हत्याकांड का खुलासा हुआ।
प्रारंभिक पूछताछ में बच्ची की चाची गंगा बाई बंजारे ने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। बच्ची नम्रता को उसने क्यों मारा? इस पर अभी सस्पेंस है। पुलिस के अाला अफसर खुद पूछताछ कर रहे हैं। वह हर बाद अपना बयान बदल रही है। कभी वह बोल रही है कि बच्ची के पिता ने उसके बेटे को मार दिया था। उसी का बदला लेने उसने हत्या की। पुलिस इस हत्याकांड की जादू-टोने के एंगल से भी जांच कर रही है। हत्याकांड की प्रत्यक्षदर्शी 5 साल की उसकी बहन निकिता निराला भी ज्यादा कुछ नहीं बता रही है। वह खुद घबराई हुई है। बच्ची के माता-पिता बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस के अनुसार आरोपियाें का नया मकान बन रहा है। वारदात वहीं हुई।
रोती-िबलखती रही िनकिता : दरअसल नेमदास निराला और उनके परिवार के सदस्य सुबह 10 बजे ही काम पर चले गए। करीब 11.45 बजे निकिता की चाची अाई और साथ में चलने काे कहा। इसके बाद उसने निकिता काे बांध दिया और छोटी बहन नम्रता का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इस बीच निकिता रोती-बिलखती रही।