बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक के गांव लोहरसी की घटना, प्रशासन कर रहा जांच
15 एकड़ में बनाया गया है गौठान (मवेशियों को रखने की जगह) , ग्रामीणों को करनी थी चारे की व्यवस्था
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक के लोहरसी गांव में 22 गायों की मौत हो गई। इन गायों को प्रदेश सरकार की योजना के तहत बनाए गए गौठानों (मवेशियों को रखने की जगह) में रखा गया था। 15 एकड़ में यहां विशाल गौठान बनाया गया है। यहां इस गांव के करीब 150 और आस-पास के गांवों में 150 मवेशियों को रखा गया था। जनपद सीईओ आर जोगी ने बताया कि यहां सरकार की तरफ से गौठान में चारा देने प्रावधान नहीं है। ग्रामीण ही इसकी व्यवस्था करते हैं।
मवेशियों की मौत के कारण रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो सकेंगे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ समय तक तो यहां चारा और पानी का इंतजाम ग्रामीण करते रहे। लेकिन इसके बाद गांव वालों ने चारा देना बंद कर दिया। गौठान का पूरा एरिया कंटीली तारों से घेरा गया है। पास के कुछ ग्रामीणों ने लावारिस पशुओं को फसल नुकसान के डर से यहीं लाकर बंद कर दिया। चारे की कमी के चलते मवेशियों की मौत होने की बात ग्रामीणों ने ही बताई। लोहरसी के अलावा यहां केवटाडीह, भुरकुंडा गांवों से लाकर भी मवेशियों को रखा गया था।