बालोद । तांदुला डेम के मुख्य नहरनाली में जामगांव के पास बने पुल की बात अनोखी है, लेकिन देखरेख और मरम्मत के अभाव में ये पुल जर्जर हो रहा है। इसमें लगी लोहे की रीलिंग चोरी हो गई है। नहर का पानी जगह जगह रिस रहा है। दीवारें कई जगहों सी टूट चुकी हैं, लेकिन इस दिशा मे कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
ऐसा नहीं है कि ऐसे हालात आज बने हैं,दरअसल ये अंग्रेजो के समय में बनाए गए इस पुल का मूल ढांचा और दीवारों की कलाकृति बेहद आकर्षक है। नदी के ऊपर ये पुल है और साथ ही पुल में नहर नाली बनी हुई है। यहां से पुल के दोनों ओर आने-जाने वालों के लिए रास्ता है, वो भी पत्थर से बना।
108 साल पहले बना ये पुल इंजीनियरिंग का नायाब नमूना है लेकिन इसकी सुध नहीं ली जा रही है। अब कलेक्टर एक टेक्नीकल समिति बनाए जाने की बात कह रहे हैं। जिसकी जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जायेगी। ताकि पुल का समुचित मरम्मत के लिए कदम उठाए जा सकें।