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छत्तीसगढ़बिलासपुर

बिलासपुर: मस्तूरी के आईडीबीआई बैंक का कमाल…हितग्राही को पता ही नहीं…उसके खाते से दूसरे के खाते में डाल दिए पैसे…पीएम आवास योजना की थी राशि…

बिलासपुर। मस्तूरी ब्लॉक में पीएम आवास योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां की एक पंचायत के हितग्राहियों को आवास स्वीकृत होने की जानकारी ही नहीं मिली और उनके खाते से दूसरे के खाते में राशि ट्रांसफर हो गई है। अब शिकायत मिलने पर जिला पंचायत प्रशासन ने जांच शुरू करा दी है।

मस्तूरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत सरगवां के तीन हितग्राही घनश्याम यादव, बहोरन दास व परदेशी दास के नाम पर 2019-20 में पीएम आवास स्वीकृत हुए थे। इसकी जानकारी तीनों हितग्राहियों को नहीं थी। आवास मित्र ने तीनों से आधार कार्ड और बैंक फार्म में दस्तखत लेकर आईडीबीआई बैंक मस्तूरी शाखा में खाते खुलवाए। अक्टूबर 2019 में तीनों हितग्राहियों के खाते में पहली किश्त के रूप में 25-25 हजार रुपए जारी किए गए। इसकी जानकारी तीनों हितग्राहियों को नहीं थी। इसका फायदा उठाते हुए संजय सिंह ने आईडीबीआई बैंक शाखा मस्तूरी के अफसरों से मिलीभगत की और 11 दिसंबर 2019 को तीनों हितग्राहियों के खाते से 23-23 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए हैं।

हितग्राहियों ने कहा- हमने कहीं भी हस्ताक्षर नहीं किया

हितग्राही घनश्याम यादव, बहोरन दास और परदेशी दास ने बताया कि उन्होंने बैंक के किसी भी फार्म में दस्तखत नहीं किया और न ही इस बीच वे बैंक गए हैं, लेकिन उनकी सहमति के बिना उनके खाते से 23-23 हजार रुपए किस आधार पर संजय सिंह के खाते में ट्रांसफर किए गए, यह समझ से परे है। उनका आरोप है कि यह काम बैंक के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।

ऐसे हुआ खुलासा

खाता खुलवाने के 4 माह बाद भी आवास के संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं मिली तो तीनों हितग्राहियों ने गांव के एक युवक को अपना-अपना खाता दिया और कहा कि वह बैंक जाकर पता करे कि राशि आई है या नहीं। युवक ने जब बैंक से स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि तीनों हितग्राहियों के खाते से 23-23 हजार रुपए किसी संजय सिंह के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं और वह एक ही तारीख 11 दिसंबर 2020 को। इसकी जानकारी मिलते ही तीनों हितग्राहियों के होश उड़ गए हैं।

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