वाट्सऐप की तरफ से प्राइवेसी पॉलिसी में किए जा रहे बदलावों की यूजर्स काफी नाराज हैं और मैसेंजिंग के लिए दूसरे प्लेटफॉर्म्स की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में यूजर्स अब मैसेंजिंग ऐप को लेकर चैट सिक्योरिटी, लोकेशन, बैंक डिटेल्स और डिवाइस इन्फॉर्मेशन जैसी जानकारियों को लेकर सिक्योरिटी की डिमांड कर रहे हैं। वहीं वाट्सऐप के हालिया एक्शन की वजह से लोगों ने दूसरे मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म्स पर स्विच करना शुरू कर दिया है, इस बीच यूजर्स का रुख सिग्नल और टेलीग्राम ऐप की तरफ बढ़ा है। इन दोनों ही ऐप्स पर बेहतर सिक्योरिटी फीचर दिए जाने की बातें सामने आ रही हैं। ऐसे में बात ये आती है कि वाट्सऐप, सिग्नल और टेलीग्राम की तुलना की जाए तो इन ऐप्स में क्या फर्क है और कौनसा ऐप इंस्टॉल करना यूजर के लिए सही साबित होगा…
>> वाट्सऐप पर यूजर की डिवाइस आईडी, यूजर आईडी, ऐडवरटाइजिंग डेटा, परचेस हिस्ट्री, लोकेशन, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कांटेक्ट, प्रोडक्ट इंटरेक्शन, पेमेंट इंफो, कस्टमर सपोर्ट और यूजर की दूसरी जानकारियां मांगी जा रही हैं। वहीं टेलीग्राम पर यूजर की कॉन्टेक्ट इंफो, कॉन्टेक्ट्स और यूजर आईडी स्टोर की जाती है जबकि सिग्नल ऐप पर सिर्फ यूजर का मोबाइल नंबर मांगा जाता है।
>> ग्रुप चैट पर सिक्योरिटी के मामले में वाट्सऐप और टेलीग्राम दोनों ही ऐप फिसड्डी है जबकि सिग्नल में यूजर की इन्फॉर्मेशन सुरक्षित है। इसके अलावा सिग्नल ऐप पर आपकी चैट का स्क्रीनशॉट भी नहीं लिया जा सकता है, इसके लिए बस आपको ऐप पर ये फीचर एक्टिवेट करना होगा।
>> वाट्सऐप पर किसी ग्रुप में मैक्सिमम 256 लोगों को ऐड किया जा सकता है। टेलीग्राम पर ये लिमिट 2 लाख लोगों की है। हालांकि सिग्नल पर लोगों को ऐड कर ग्रुप बनाए जा सकते हैं लेकिन यहां पर ज्यादा लोगों को एक साथ मैसेज नहीं भेजा जा सकता है।
>> सिग्नल एक ऐसी ऐप है, जिसमें प्राइवेसी को लेकर सबसे खास ध्यान दिया गया है। इस ऐप ने प्ले स्टोर पर भी खासतौर पर यह जानकारी दी है कि यह ऐप किसी भी तरह का डेटा अपने पास नहीं रखता है। इस ऐप में यूजर के डेटा को सुरक्षित माना जा सकता है। ऐसे में आप वॉट्सऐप के अलावा सिग्नल का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं टेलीग्राम भी कई देशों में तो वॉट्सऐप से ज्यादा पॉप्युलर है। इसमें आपको कई पब्लिक ग्रुप्स का ऑप्शन भी मिलता है और यहां आप वॉट्सऐप के फीचर्स का फायदा उठा सकते हैं।