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बिलासपुर: दर्रीघाट में हुए दिन दहाड़े सशस्त्र डकैती गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस को मिली सफलता ,4 गिरफ्तार…

बिलासपुर। कांग्रेस के पदाधिकारी एवं दर्रीघाट निवासी टाकेश्वर पाटले के घर में सात सदस्यीय सशस्त्र डकैतों ने उनके घर में उपस्थित महिलाओ बच्चों एवं अन्य सदस्यों को बंधक बनाते हुए कट्टे एवं चाकू की नोक पर दहशतगर्ती फैलाते हुए दिन दहाड़े डकैती वरदात को कारित करते हुए नगदी रकम लगभग 2.50लाख रूपये एवं सोने चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए। दिन दहाड़े हुई सशस्त्र डकैती को घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर  पारूल माथुर (भा.पु.से.) अपने अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा थाना मस्तुरी के स्टाफ के साथ अविलंब घटनास्थल पर मुआयना हेतु पहुंची तथा घटना के संबंध में आवश्यक जानकारी हासिल की।

उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को घटना में शामिल डकैतों की पहचान कर आवश्यक जांच करते हुए वैधानिक कार्यवाही करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया तथा घटना की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रतन लाल डांगी (भा.पु.से.) को अवगत कराते हुए स्वंय भी घटना के जांच की बारिकियों पर नजर रख रहे थे, घटना की जानकारी होने पर बिलासपुर पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी भी तत्काल घटना स्थल पहुंच कर घटना स्थल की बारिकियों से निरीक्षण कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर के साथ मिलकर प्रकरण में त्वरित कार्यवाही करने एवं आरोपियों की पता साजी एवं अनुसंधान हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सनसनीखेज डकैती की वारदात में शामिल आरोपीयों की पहचान एवं वैधानिक कार्यवाही हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षिका बिलासपुर द्वारा अति.पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रोहित झा, अति पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कुमार कश्यप, अतिपुलिस अधीक्षक सुश्री गरिमा द्विवेदी के नेतृत्व में 10 अलग-अलग टीमें गठित कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।

अनुसंधान के दौरान एक टीम जिसमें अति.पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) एवं अति.पुलिस अधीक्षक (शहर) के साथ निरीक्षक प्रदीप आर्य, उनि पारस पटेल, उनि फैजूल शाह, उनि शांत साहू एवं हमराह स्टाफ के द्वारा डकैतो के आगम एवं घटना कारित कर निर्गम के रास्तों को चिन्हीत करने हेतु विभिन्न संभावित मार्गो के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई जिसमें सात आरोपी तीन मोटरसायकल में सवार होकर आते हुए एवं घटना कारित कर जाते हुए दिखे ।

सीसीटीवी फुटेज को पीड़ित परिवार के सदस्यों को दिखाकर तस्दीक कराया जाकर उनके हुलिया को पहचाना गया। आगम एवं निर्गम मार्गो के पहचान उपरांत गठित टीम के सदस्यों द्वारा आस-पड़ोस के जिलों में योजनाबद्व तरीके से जांच – पड़ताल कर आरोपीयों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारीयां एकत्रित की गई है। इस दौरान 1000 से अधिक एवं 100 से अधिक गांव के साथ-साथ विभिन्न हाईवे मार्ग एवं राजकिय मार्गों के साथ-साथ लगे विभिन्न प्रतिस्ठानों/दुकानो/मकानों में लगे 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज तस्दीक किये गये एवं कुछ स्थानों से आरोपी के संबंध में फुटेज प्राप्त किये गये उनसे प्राप्त सीसीटीवी फुटेज को अन्य टीमों को साझा किया गया।

दुसरी टीम जो कि अति.पुलिस अधीक्षक गरिमा द्विवेदी के नेतृत्व में निरी. प्रकाश कांत , एएसआई हेमंत पाटले एवं मस्तुरी के स्टाफ के द्वारा लगातार पीड़ित परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर आरोपियो के संबंध में एवं स्थानीय बोली भाषा में किये गये वार्तालाप के माध्यम से भी अहम जानकारी जुटाई जा रही थी, साथ ही घटना में आरोपियों के हुलिया के संबंध मे जानकारी, प्रयुक्त वाहन की जानकारी, पहने हुए कपड़े की जानकारी प्राप्त की गई ।

साथ ही प्राप्त फुटेज को पीड़ित परिवार एवं गवाहों को दिखाकर आरोपीयों को चिन्हाकिंत किया गया। तीसरी टीम निरी. हरविंदर सिंह के नेतृत्व में उनि फैजूल शाह एवं उनि एस.पी चतुर्वेदी एवं आरक्षक हेमंत सिह, आर. सरफराज, एवं आर. तरूण केसरवानी, आर. सोनु पाल, आर. बलवीर व हमराह स्टाफ के लिए लगाई गई थी जिसका काम मस्तुरी इलाको के पूर्व आरोपियों के संबंध में जो डकैती, लूट एवं हत्या के आरोप में जेल में निरूद्व थे उनके वर्तमान उपस्थिति के संबंध में जानकारी हेतु लगाया गया था इस टीम के साथ लगे स्टाफ के माध्यम से एक अहम जानकारी प्राप्त हुई की मस्तुरी के गतौरा ग्राम के डकैतो के आरोप में जेल गये आरोपी कुछ माह पूर्व ही जेल से छुटे हैं एवं कुछ दिनों से घर से बाहर होना बताया जा रहा है।

जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल एक टीम पूर्व आरोपियों के संबंध में फोटो, पहचान एवं परिवार के बारे में अद्यतन जानकारी एकत्र करने हेतु लगाई गई जिनके द्वारा आरोपियों एवं उसके साथियों के बारे में अहम जानकारी दी गई। साथ ही टीम के द्वारा जेल से भी अहम जानकारी प्राप्त की गई ।

घटना के अनुसंधान में लगी तकनीकी टीम निरीक्षक कलीम खान, उनि प्रभाकर तिवारी, उनि मनोज नायक, उनि सागर पाठक, आर. दीपक, आर. नवीन एक्का एवं अन्य स्टाफ के साथ मिलकर घटना स्थल से प्राप्त साक्ष्यों प्राप्त सीसीटीवी फुटेज, प्राप्त पूर्व अपराधिक रिकार्ड पीड़ित परिवार से प्राप्त जानकारी विभिन्न गवाहों के कथन घटना स्थल में पाये गये संदिग्ध एवं विवेचना एवं अनुसंधान से प्राप्त जानकारी के आधार पर तकनीकी विश्लेषण किया गया। इस टीम के द्वारा आधुनिक एवं वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करते हुए घटना में शामिल सभी आरोपीयों की पहचान एवं उनके संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त करने साथ ही घटना में बनाई गई योजना एवं षड़यंत्र के रूप में शामिल आरोपियों के संबंध में आवश्यक जानकारी एवं साक्ष्य संकलन कर डकैतों के विषय में अहम तथा महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र कर अन्य टीमों को साझा कर रही थी।

इस दौरान समस्त टीमों के साथ ही पुलिस की चार अन्य टीमें प्रदेश के बाहर डकैतो के पतासाजी में सक्रीय रहे। घटना दिनांक से ही पुलिस अधीक्षक श्रीमति पारूल माथुर लगातार स्वंय सभी टीमो के साथ प्रतिदिन बैठक लेकर टीमों से उनके द्वारा किये गये कार्यो के संबंध में जानकारी प्राप्त कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दे रही थी सभी टीमों के आपसी समन्वय एवं समंजस्य से अलग अलग अहम जानकारी प्राप्त होती रही जिसे तकनीकी टीम ने एक दिशा में विश्लेषण कर आरोपीयों की पहचान एवं उसकी उपस्थिति सुनिस्चित कर दी ।

विवेचना के दौरान पाया गया कि प्रकरण कारित करने के पश्चात डकैतों द्वारा तीन मोटर सायकल में सवार होकर भागते हुए देखे जाने की तस्दीक की आसपास के गांव के स्थानिय लोगों से पूछताछ कर हासिल किया गया जिसमें एक महिला द्वारा इस बात की पुष्टी की गई की भागते समय डकैतों ने उससे रायगढ़ जाने का रास्ता स्थानिय भाषा में पूंछा गया था, साथ ही आरोपीयों के संबंध में जानकारी हेतु विभिन्न मकान दुकान मार्ग चौक चौराहा एवं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से 1000 से भी अधिक सीसीटीवी फुटेज में से आरोपीयों की पहचान प्राप्त कर ली गई थी जिसे विशेष सुत्रों एवं करीबीयों को दिखाकर उनके नाम एवं पहचान के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त की गई साथ ही फिल्ड की टीम के द्वारा अहम जानकारी हासिल हुई कि उसमें से एक व्यक्ति ग्राम चिल्हाटी की तरफ शाम को लौटा है तथा अपने मकान में न रहकर गांव के बाहर अन्य मकान में रह रहा है।

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