Monday, December 23, 2024
Homeस्वास्थ्यबिलासपुर: परिजनों का आरोप-2 घंटे रोके रखा फिर जनरल वार्ड में भर्ती,...

बिलासपुर: परिजनों का आरोप-2 घंटे रोके रखा फिर जनरल वार्ड में भर्ती, ऑक्सीजन भी नहीं मिला, CIMS में लड़की की मौत पर हंगामा…

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) में बुधवार की शाम एक 19 वर्षीय बालिका की मौत हो गई है। छोटी कोनी से सिम्स पहुंची रानू सोनवानी की तबीयत बिगड़ती गई और डॉक्टरों ने ध्यान भी नहीं दिया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। परिजनों का आरोप है कि युवती गंभीर हालत में तड़पती रही, फिर भी डॉक्टरों ने उसे भर्ती नहीं किया। पहले कोरोना जांच के बहाने दो घंटे तक रोके रखा और फिर बाद में आईसीयू के बजाए जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया। लड़की तड़पती रही और उसे ऑक्सीजन भी नहीं लगाया गया।

राजकुमार सोनवानी अपनी बेटी रानू सोनवानी को बुधवार की दोपहर लेकर सिम्स पहुंचे। यहां उसे भर्ती करने और उपचार करने के बजाए डॉक्टरों ने बिठाए रखा, जिसकी वजह से उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। परिजनों का आरोप है कि पहले कोरोना जांच के बहाने 2 घंटे तक रखे रहे और फिर बाद में आईसीयू के बजाए जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया। इमरजेंसी से डॉक्टरों को बुलाया गया, लेकिन कोई नहीं आया। जनरल वार्ड में रानू को ऑक्सीजन भी नहीं मिल पाया, जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर समय पर इलाज नहीं करने का आरोप भी लगाया है।

भाजपा नेता मनीष अग्रवाल पूर्व एल्डरमैन ने कहा की लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं की अनदेखी सिम्स जिला अस्पताल बदतर स्थिति में लोगों की मौत होती जा रही सत्ताधारी जनप्रतिनिधि इससे कोई सरोकार और मैं जिला प्रशासन कोई सुध लेने को तैयार अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने एवं मरीजों को उचित एवं उनके अधिकारों का इलाज मिल सके इस हेतु भारतीय जनता पार्टी आगामी समय में उग्र आंदोलन कर सोए हुए जनप्रतिनिधि और प्रशासन को जगाएंगे कि इस घटना की निंदा करते हुए। बिलासपुर सिम्स प्रबंधन की घोर लापरवाही मरीज एवं उनके परिजनों के साथ लगातार हो रहा है अमानवीय व्यवहार इसकी जानकारी वीडियो संलग्न राज्य शासन राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ़ प्रदेश विभाग,, एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय विभाग दिल्ली को ट्विटर के माध्यम से भेजी गई है।

परिजनों ने शव लेने से किया इनकार, पुलिस ने समझाया

डॉक्टरों द्वारा बालिका को मृत घोषित करने के बाद परिजनों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। लड़की का शव घर लेकर जाने से इनकार करने लगे। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। थाना की टीम पहुंची तब मामला शांत हुआ। पुलिस की मौजूदगी में सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे ने बताया कि बच्ची को परिजन गंभीर हालत में लेकर सिम्स आए थे। उसकी स्थिति काफी गंभीर थी। डॉक्टरों ने उसे बचाने का पूरा प्रयास किया। सिम्स में 100 से ज्यादा सिलेंडर एक्सट्रा है, जिसे इमरजेंसी के लिए रखा गया है। ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है।

spot_img
RELATED ARTICLES

Recent posts

error: Content is protected !!