बिलासपुर। सकरी क्षेत्र के कांग्रेस पार्षद, सरपंच व व्यवसायी को सकरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों पर इंजीनियर ने प्रताड़ना का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद पुलिस ने पार्षद समेत तीनों आरोपित के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने व कर्जा एक्ट का मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद से तीनों आरोपित फरार चल रहे थे।
दरअसल मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 16.09.2022 को मृतक ऋषभ निगम पिता शिवकुमार निगम उम्र 33 साल निवासी आसमा सिटी का अपने घर में ही रात्रि करीब 03.00 सल्फास जहर का सेवन कर लिया था जिसे उसके परिजनो द्वारा वंदना मल्टीस्पेस्टिल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहा ईलाज के दौरान मृतक का दिनांक 16 109, 2022 को ही प्रात 07:30 बजे मृत्यु हो गयी थी जिस पर थाना सकरी पुलिस द्वारा मर्ग क्रमांक 76/2022 कायम कर जांच कार्यवाही में लिया गया दौरान जाच कार्यवाही के मृतक के द्वारा लिखित एक सुसाइड नोट पुलिस को प्राप्त हुआ जिसमें मृतक द्वारा आरोपियों कुल 15 लाख रू उधार की रकम लेने के बाद ब्याज के तौर पर प्रति सप्ताह एक लाख नब्बे हजार रूपये की वसूली किये जाने के कारण मृतक द्वारा आरोपियों से प्रताडित होकर क्षुब्धहोकर आत्महत्या करना लेख करने से पुलिस द्वारा सुसाईडल नोट को जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध अपराध धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
अपराध कायमी के बाद से प्रकरण के तीनो आरोपी शहर छोड़कर अदमपता फरार हो गये थे जिनका पता तलाश निरंतर किया जा रहा था किंतु आरोपियों का कोई पता नहीं चल रहा था। आत्महत्या के लिये दुस्प्रेरित संबंधी गंभीर अपराध घटित होने से आरोपीयों की जल्द गिरफ्तारी हेतु उ म नि एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर द्वारा लगातार प्रकरण की समीक्षा की जा रही थी और फरार आरोपियों को जल्द गिरफतार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे थे जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेन्द्र जायसवाल, नगर पुलिस अधीक्षक भा.पू. से संदीप कुमार पटेल एवं एन्टी क्राईम एवं सायबर युनिट के प्रभारी हरविंदर सिंह मार्ग दर्शन में लगातार फरार आरोपियों के ठिकाने में दबिश दिया जा रहा था। एण्टी काईम एवं सायबर युनिट से लगातार आरोपियों के पता साजी हेतु सायबर संबंधी टेक्निकल सहयोग लिया जा रहा था आरोपीगणों द्वारा अपने अपने मोबाईल फोन को बंद कर वाटसअप के जरिए से बातचीत करते थे एवं लगातार अपना ठिकाना बदलने थे जिस पर जिला स्तर में आरोपी के धरपकड हेतु विशेष टीम गठित किया गया।
आरोपीयों के मोबाईल फोन को लगातार सायबर सेल के सहयोग से ट्रैक करने पर ज्ञात हुआ कि आरोपीगण मध्यप्रदेश भोपाल में है जिस पर तत्काल एण्टीकाईम एवं सायबर युनिट प्रभारी हरविंदर सिंह द्वारा उनि प्रभाकर तिवारी, उनि अजय वारे आरक्षक दीपक उपाध्याय को आरोपी की गिरफतारी हेतु रवाना किया गया टीम भोपाल पहुंच कर प्राप्त लोकेशन एवं टेक्निकल जानकारी की आधार पर आरोपीगणों को हबीबगंज भोपाल रेल्वे स्टेशन के सामने से घेराबंदी कर पकड़ा गया आरोपीगणों के कब्जे से ब्याज के रकम के बदले खरीदे गये सामान एक नग केलविनेटर एसी एक नग डाईकिन कंपनी का एसी. एक नग आईफोन एप्पल वाच, एक नग मोबाईल फोन एवं एक स्वीफट कार को जप्त कर आरोपीगणों का कृत्य अपराध धारा सदर का अपराध घटित होना पाये से आरोपिगणों को विधिवत् गिरफतार कर माननीय न्यायालय रिमांड पर भेजा गया।
प्रकरण में आरोपीयों के गिरफतारी में निरीक्षक हरविंदर सिंह उनि प्रभाकर तिवारी, थाना प्रभारी सकरी सागर पाठक, उनि अजय वारे, सउनि उदयभान सिंह, प्रआर संगीता नेताम प्र. आर राजेश्वर क्षत्री, आरक्षक हेमत सिंह, दीपक उपाध्याय, तरूण केशरवानी, रोशन साहू की सराहनीय भूमिका रही।