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क्राइम

बिलासपुर: राशन दुकान दिलाने के नाम पर, स्वसहायता समूह की महिलाओं साथ हुआ ठगी…

महिला आज कलेक्टर कार्यालय पंहुचे और शासकीय उचित मूल्य की दुकान महिला समूह को दिलवाने के नाम पर एसडीएम कार्यालय...

बिलासपुर। माँ चन्द्रहसनी महिला एवं स्वसहायता समूह के महिला आज कलेक्टर कार्यालय पंहुचे और शासकीय उचित मूल्य की दुकान महिला समूह को दिलवाने के नाम पर एसडीएम कार्यालय में पैसा जमा करने का झांसा देकर ठगी करने का आरोप लगाया है, और कलेक्ट्रेट पंहुचे कर सहायक कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।

उन्होंने कहा की हम सभी माँ चन्द्रहसनी महिला एवं स्वसहायता समूह देवगाय के सदस्य है और हमारा समूह संगठन दिनाक 10/22/2015 को किया गया है उसके बाद समूह का पंजीयन दिनाक 18/09/2007 को किया गया है। जिसका पंजीयन क्रमांक 6974 है। जिसमे महिला सदस्य 10 मिलकर उसमे अध्यक्ष चन्द्रिका बाई एवं सचिव सुकृता बाई है जो शुरू से आज तक है अपने-अपने पद पर बने हुए है और समय के अनुसार बाकि सदस्यों का फेर बदल किया गया है। पर समूह वही है और चल रहा है।

दिनांक 10/05/2022 को समिति का बैठक ले कर कुछ नए सदस्यों को जोड़कर शासकीय उचित मूल्य देवगांव की दुकान को चलाने एसडीएम कार्यालय मस्तुरी में जमा करने हेतु आवेदन का प्रस्ताव किया गया उसके बाद समूह के सभी सदस्यों से 12.000 (बारा-बारा हजार रुपये) प्रत्येक सदस्य से जमा कराने के बाद समूह के सचिव के पति सुखसागर लहरे के द्वारा कुल 1,20,000 (एक लाख बीस हजार रुपये) को एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी को दे दिया। पर उस रकम को सुखसागर लहरे के साथ ओमप्रकाश बंजारे भी उपस्थित था।

इन दोनों के कहने पर हम लोग चन्द्रशेखर, सुखनंदन, संतोषी बाई, विष्णु बंजारे तहसील कार्यालय मस्तुरी में एक लाख रूपये नगद सुखसागर लहरे के हाथ में दे दिया, फिर उसके कुछ दिन बाद फिर मल्हार में सुखसागर लहरे के द्वारा यह बताने पर की वह फूड इंस्पेक्टर का आदमी है कह कर 20 हजार दिलवा दिया, और अब तो उसके मोबाईल पर फोन करने से भी नहीं उठा रहा है।

जिसका पैसे देते समय फोटो खीचा गया है। जिसके बाद आज तक हमारे समूह को नहीं शासकीय उचित मूल्य का दुकान का संचालन मिला और नहीं पैसा वापस हुवा है। ज्ञापन के माध्यम से उक्त व्यक्ति के द्वारा किये गए फर्जी ढंग से ठगी एवं छल कपट करने का आरोपी व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है।

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